संदीप ने अपनी मेहनत से उत्तराखंड में बनाई जगह
धौंत्री (भड़कोट)। – सही दिशा में की गई मेहनत और मजबूत हौंसले हो तो सफलता जरूर मिलती है, उस पर यदि मार्गदर्शन करने के लिए कोई अच्छा गुरू हो तो फिर सफलता को कोई नही रोक सकता। उतरकाशी जिले के दुर्गम स्कूल राजकीय हाईस्कूल भड़कोट, धौन्त्री के संदीप सिंह ने 10वीं की परीक्षा में उतराखंड में 23वां स्थान प्राप्त कर ये साबित कर दिया है कि बड़े-बड़े स्कूलों, ट्यूशन क्लास, एक्स्ट्रा क्लास सफलता का राज नही है बल्कि परीक्षा की सही तैयारी और शिक्षकों से सही पढ़ाई सफलता की सही गारण्टी है। संदीप ने हिंदी में 97, अंग्रेजी में 91, संस्कृत 96 गणित 92 समाजिक विज्ञान 90 और विज्ञान में पूरे 100 नम्बर प्राप्त किए। उनके विज्ञान के शिक्षक राजदेव पंवार बताते हैं कि संदीप एक गरीब परिवार का लड़का है और उसके माता-पिता गांव में खेती-बाड़ी करके जीवन-यापन करते हैं लेकिन संदीप घर के कामों में हाथ बंटाने के साथ पढ़ाई पर पूरा ध्यान देता है और स्कूल में ही नहीं बल्कि घर से शिक्षकों को फोन करके अपने हर प्रश्न को समाधान ढूंढता है।
संदीप के गांव में न तो फोन के अच्छे नेटवर्क है और न घर पर पढ़ाई के कोई अन्य साधन लेकिन संदीप किताबों से दोस्ती करके अपने सपनों को पूरा करना चाहता है यही वजह है कि उसने बिना किसी ट्यूशन के अपनी मैधावी प्रतिभा का परिचय दिया। संदीप ने कठिन परिस्थितियों के बावजूद जो कर दिखाया उस पर दुष्यंत कुमार की ये पक्तिंया फिट बैठती है कि-कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों।