जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जनपदवासियों को ‘हरेला‘ पर्व की दी शुभकामनाएं कहा बढ़ चढ़ कर पौधों का करें रोपण
उत्तरकाशी – ‘हरेला‘ पर्व के उपलक्ष्य में आयोजित वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान जिले में दो लाख से अधिक पौधे रोपे जाएंगे। जिला मुख्यालय परएनआईएम बैंड के हरेला वन में आयोजित मुख्य कार्यक्रम से इस अभियान की औपचारिक शुरूआत होगी। इस अभियान को लेकर जिले में वृहद स्तर पर तैयारियां की जा रही है। जिले भर में पौधारोपण के लिए गड्ढों के खुदान के साथ ही नर्सरियों से पौधों के उठान व गांव-गांव तक वितरण का सिलसिला आज भी जारी रहा। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जनपदवासियों को ‘हरेला‘ पर्व की शुभकामनाएं देते हुए आम लोगों, छात्रों, युवाओं, महिलाओं सहित तमाम जन-प्रतिनिधियों, विभागों व संगठनों से वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम में बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग करने का आह्वान किया है।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को आज ही समस्त स्थलों तक पौधों की आपूर्ति का काम संपन्न करने के निर्देश देते हुए कहा है कि सभी विभाग परस्पर समन्वय से जुटे रहकर इस अभियान को सफल बनाएं और रोपित पौधों की देखभाल व सुरक्षा की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। सावन मास के पहले दिन मनाया जाना वाला हरियाली और खुशहाली का लोकपर्व ‘हरेला‘ इस बार मंगलवार 16 जुलाई को आयोजित हो रहा है। प्रकृति से लोक जीवन के अनूठे जुड़ाव के प्रतीक ‘हरेला‘ पर्व पर शासन-प्रशासन के द्वारा वृहद स्तर पर वृक्षारोपण अभियान संचालित कर पर्यावरण संरक्षण में आम लोगों की प्रतिबद्ध भागीदारी सुनिश्चित करने की मुहिम शुरू की गई है। हालांकि वृक्षारोपण की मुहिम पूरे सावन मास चलाई जाएगी लेकिन पहले तीन दिनों में तय लक्ष्य का पचास प्रतिशत पौधों का रोपण किए जाने का निश्चय किया गया है। व्यापक जन-भागीदारी के साथ इस कार्यक्रम को संचालित करने के लिए उत्तरकाशी जिले में वृहद स्तर पर तैयारियां चल रही हैं। वृहद वृक्षारोपण अभियान की शुरूआत में उत्तरकाशी वन प्रभाग के तत्वावधान में जिला मुख्यालय के नजदीक एनआईएम बैंड के निकटवर्ती हरेला वन में प्रातः 9 बजे से जिला स्तर का मुख्य कार्यक्रम आयोजित होगा। इसी तरह अपर यमुना वन प्रभाग के द्वारा भी प्रातः 9 बजे से बड़कोट-राड़ी मार्ग पर पौलगांव टनल के निकटवर्ती वन क्षेत्र में यमुना घाटी क्षेत्र का मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
इस अभियान को लेकर विभागवार पौधारोपण के लक्ष्य निर्धारित करने के साथ ही पहले से गड्ढे खुदान और तय मात्रा में स्थल तक पौधों की आपूर्ति की विशेष व्यवस्था की गई है। ग्राम पंचायत, वनपंचायत, महिला समूहों के साथ ही विभिन्न विभागों के कार्मिक अपने-अपने क्षेत्रों में पौधारोपण के लिए गड्ढे तैयार करने में जुटे हैं। इसके साथ ही जिले व जिले के बाहर की नर्सरियों से पौधों का उठान व गांव-गांव तक वितरण के लिए पिछले तीन दिनों से चल रही कार्रवाई आज भी जारी रही। मनरेगा के तहत भी पौधारोपण की व्यवस्था की गई है। विद्यालयों को भी इस मुहिम से जोड़ कर छात्रों को वन विभाग एवं उद्यान विभाग के स्तर से पौधों का वितरण किया जा रहा है। जिले भर में बड़े पैमाने पर संचालित इन गतिविधियों के चलते ‘हरेला‘ पर्व के उपलक्ष्य में संचालित होने वाले वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है।
हरेला के उपलक्ष्य में वृक्षारोपण के लिए निर्धारित लक्ष्यों के अनुसार वन विभाग द्वारा 50 हजार, ग्राम्य विकास विभाग द्वारा 73 हजार, शिक्ष विभाग द्वारा 04.5 हजार, पंचायतीराज विभाग द्वारा 25 हजार, उद्यान विभाग द्वारा 32 हजार, कृषि विभाग द्वारा 17 हजार और नगर निकायों द्वारा 2.4 हजार पौधे रोपित किए जाएंगे।