उत्तराखंड

ग्राम पंचायत विकास योजना में महिला व बच्चों के प्रस्ताव को भी दी जायेगी प्राथमिकता

उत्तरकाशी –  उत्तराखंड सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में समग्र विकास के लिए अब महिलाओं और बच्चों के प्रस्ताव को प्राथमिकता के आधार पर ग्राम पंचायत विकास योजना में शामिल किया जाएगा। इसके लिए गांव में महिला और बाल सभा का आयोजन किया गया। मुख्य सचिव के आदेश के बाद जिलाधिकारी ने जनपद के सभी विकासखंड के खंड विकास अधिकारियों को जल्द ही क्रियान्वयन के लिए आदेश दे दिए हैं।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जिले के सभी खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि  इनका आयोजन दो चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में बाल और महिला सभा को दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। उसके बाद दूसरे चरण में इनकी बैठकों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें गांव के विकास से संबंधित सभी विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।

बैठक में निकले बिंदुओं और प्रस्तावों को दो अक्तूबर से लेकर 31 जनवरी 2025 तक की वार्षिक ग्राम पंचायत विकास योजना में शामिल किया जाएगा। इन सभाओं में ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में नामित ग्राम पंचायत विकास अधिकारी, महिला स्वयं सहायता समूह, आगंनबाड़ी कार्यकर्ता सहित ग्राम पंचायत से चुने चार नामित सदस्य (महिलाओं को वरियता) और गांव के विद्यालय के प्रधानाध्यापक और शिक्षक आमंत्रित सदस्य होंगे। जानकारी के अनुसार पंचायती राज निदेशालय की ओर से प्रथम चरण में उत्तरकाशी के साथ चमोली, देहरादून, पिथौरागढ़, चंपावत जिलों का चयन किया गया है।

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