उत्तराखंड

पुरोला में राष्ट्रीय पार्टीयों को हो रही खाशी मुश्किल, निर्दलीयों ने कर दी मुश्किलें पैदा

पुरोला नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिये राष्ट्रीय पार्टी के लिये निर्दलीय बने मुसीबत

पुरोला – स्थानीय निकाय चुनावों में जहां राष्ट्रीय पार्टियां अपने चुनाव प्रचार में स्टार प्रचारकों की फौज लेकर प्रचार कर रही है वहीं पुरोला नगरपालिका अध्यक्ष के पदों के लिए निर्दलीयों ने भी नाक में दम कर रखा है ,भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अम्मी चंद को टिकट न मिलने से भाजपा प्रत्याशी प्यारे लाल के लिए मुश्किलें पैदा हो रही हैं ,वही भाजपा के अनुसूचित जाति के जिलाध्यक्ष प्रकाश लाल ने भी निर्दलीय टिकट लेकर भाजपा को टक्कर देने में लगे हैं।निर्दलीय प्रत्याशी हरिमोहन जुवांठा अपने मधुर व्यवहार के कारण जाने जाते हैं प्यारे लाल के अपने रिस्तेदार होने के कारण कहीं न कहीं भाजपा को नुकशान हो सकता है। कांग्रेस के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी बिहारी लाल के लिये उनकी पार्टी का कोई बागी प्रत्याशी न होने के कारण किसी तरह परेशानी का कारण नही होने से बिहारी लाल अपनी जीत के लिए आश्वस्त हैं।बिहारी लाल पुरोला नगरपालिका के लिए एक युवा चेहरा भी है ,बिहारी युवाओं के साथ हमेशा हर मोड़ पर पुरोला की समस्याओं के लिए विचार विमर्श करते हुए मिलते थे।पुरोला में नगर पंचायत के प्रथम अध्यक्ष की जिम्मेदारी प्यारे लाल हिमानी को दी गयी ,उनके पांच साल के कार्यकाल पर अम्मी चंद ने कई आरोप लगा दिये ।अम्मी चंद ने कहा कि प्यारे लाल ने अपने 5 साल के कार्यकाल में बाजार में एक शौचलय तक नही बना पाए,आये दिन पुरोला बाजार में ट्रैफिक जाम लगा रहता है उसके लिए कोई विकल्प  नहीं निकल पाए ,महिला सीट को बदलकर अपने लिए सीट आरक्षित करवा दी ,जिस कारण महिलाओं का यह अपमान भी प्यारे लाल को नुकसान ही देगा।पुरोला नगरपालिका में रहने वाले आमजन एक नया चेहरा देखना चाहते हैं ।सभी प्रत्याशी अपने चुनाव प्रचार में जी जान से जुटे हैं । 25 जनवरी को तस्वीर साफ हो जाएगी कि जनता किसको कुर्सी पर काबिज करती है।

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