एसटीएफ की जाल में फिर फंसा एक और कुख्यात शातिर हत्यारा, 5 साल से था फरार
छेड़छाड़ का विरोध करने पर की थी युवती के भाई की हत्या
देहरादून। उत्तराखण्ड पुलिस को उस वक्त बड़ी कामयाबी मिली जब जनपद की एसटीएफ टीम ने पिछले 5 सालों से फऱार चल रहे शातिर और ईनामी अपराधी को गिरफ्तार कर जेल के सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। बता दें कि यह हत्यारा 5 साल पहले हुए एक हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। उत्तराखण्ड की एसटीएफ टीम ने इस हत्याकांड के मामले में पिछले 16 दिनों के अंदर 50-50 हजार के दो इनामी अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
क्या है मामला
दरअसल मामला 10 अगस्त 2018 का है। जब हरिद्वार के लेबर कालोनी में तीन व्यक्तियों (वीरेन्द्र, वीर सिंह व बलबीर सिंह ) ने एक युवती के साथ छेड़छाड़ की थी। जब इसका विरोध युवती के भाई हेमंत ने किया तो तीनो व्यक्तियों ने हेमन्त के साथ मारपीट की और उसका सिर फोड़ कर बेरहमी से उसकी हत्या कर दी और मौके से फरार हो गए। लेकिन हरिद्वार पुलिस ने आरोपी वीरेन्द्र को तो उसी समय गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन वीर सिंह और बलबीर सिंह तब से लगातार फरार चल रहे थे।
जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल ने 50-50 हजार का ईनाम घोषित किया गया था। ये दोनो ईनामी हत्यारे एसटीएफ की रडार पर थे, जिनकी गिरफ्तारी को लेकर पिछले काफी समय से एसटीएफ लगातार प्रयास कर रही थी। जिसके फलस्वरुप स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखंड ने 31 नवंबर को वीर सिंह को रामजीवाला छकड़ा थाना मण्डावर जनपद बिजनौर से गिरफ्तार कर लिया था। साथ ही बलबीर को लेकर दबिश दे रही थी। तभी स्पेशल टास्क फोर्स ने सूचना के आधार पर रानीपुर मोड हरिद्वार के न्यू पंजाब ढाबा से बलबीर को भी गिरफ्तार कर लिया।
हत्यारे बलबीर ने पुछताछ में बताया कि घटना के बाद से ही वह राजस्थान चला गया था और अलग अलग राज्यों में पहचान छिपा कर अलग-अलग होटलों मे तंदूर का काम करता था।
पुलिस टीम
1- निरीक्षक अबुल कलाम, एसटीएफ उत्तराखण्ड ।
2- उ0नि0 विद्या दत्त जोशी, एसटीएफ उत्तराखण्ड ।
3- उ0नि0 धर्मेन्द्र सिंह , एसटीएफ उत्तराखण्ड ।
4- उ0नि0 यादवेन्द्र बाजवा , एसटीएफ उत्तराखण्ड ।
5- हे0का0 संजय कुमार , एसटीएफ उत्तराखण्ड ।
6- हे0का0 महेन्द्र सिंह, एसटीएफ उत्तराखण्ड ।
7- हे0का0 संदेश यादव , एसटीएफ उत्तराखण्ड ।
8- हे0का0 बिजेन्द्र चौहान , एसटीएफ उत्तराखण्ड ।
9- का0 मोहन असवाल, एसटीएफ उत्तराखण्ड ।