उत्तराखंड

खंडशिक्षाधिकारी ने अनुपस्थित पाए गए अध्यापकों का वेतन रोकने के दिये निर्देश

अध्यापक अपने मोबाइल फोनों पर थे व्यस्त

पुरोला। खंडशिक्षाधिकारी नौगांव ने ब्लॉक के विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिकांश अध्यापक अनुपस्थित पाए गए तथा कुछ शिक्षक कक्षाओं को छोड़कर बाहर मोबाइल पर व्यस्त मिले। अधिकांश विद्यालयों में एमडीएम की गुणवत्ता भी सही नही पाई गई। उन्होंने अनुपस्थित अध्यापकों का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं।

खंडशिक्षाधिकारी अजीत भंडारी ने विकासखंड नौगांव के आधा दर्जन विद्यालयों का निरीक्षण किया, इस दौरान राजकीय प्राथमिक विद्यालय गोना,राजकीय प्राथमिक विद्यालय गडोली राजकीय प्राथमिक विद्यालय कांडा, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कुड़ बनाल और राजकीय प्राथमिक विद्यालय कुड़ का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान राजकीय इंटर कॉलेज गडोली में शिक्षकों की उपस्थिति और विद्यालय प्रबंधन से संबंधित कई प्रकार की अव्यवस्थाएं देखने को मिली, विद्यालय में प्रधानाचार्य सहित करीब 50% शिक्षकों को अवकाश दिया गया था, इस पर खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा कड़ा रोष व्यक्त किया गया, गणित विज्ञान और अंग्रेजी जैसे मुख्य विषयों को अनावश्यक रूप से अवकाश दिया गया, विभिन्न विषयों में विद्यालय मे अर्धवार्षिक परीक्षा में अनुतीर्ण छात्रों के विषयक शिक्षकों से भी जबाव तलब किया गया। विद्यालय में एमडीएम की गुणवत्ता भी सही नही पाई गई जिसके सापेक्ष कड़े निर्देश दिए गए।

प्रधानाचार्य विश्व रंजन सैनी स्वयं बिना अनुमति के अवकाश पर थे जिसके सापेक्ष उनका माह दिसंबर का वेतन रोक दिया गया है। विद्यालय में खंड शिक्षा अधिकारी साढ़े दस बजे के लगभग पहुंचे इस दौरान शिक्षक बाहर कक्षाओं को छोड़कर मोबाइल पर व्यस्त पाए गए। जिस पर खंड शिक्षा अधिकारी बिफर पड़े और इसका कारण पूछा, तो सभी बगले झांकने लगे। अधिकांश शिक्षकों का पाठ्यक्रम पूरा नही था, विद्यालय में बायोमेट्रिक उपस्थिति नहीं लगाई जा रही है जबकि जिलाधिकारी के इस संबंध में कड़े निर्देश पहले ही जारी किए जा चुके है।

बीईओ ने प्रधानाचार्य सहित सभी अनुपस्थित शिक्षकों और मोबाइल पर व्यस्त शिक्षकों का वेतन रोकते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी उत्तरकाशी को रिपोर्ट भेज दी है।

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