कांग्रेसी विधायकों के निलंबन का फैसला विधानसभा अध्यक्ष ने किया निरस्त
देहरादून। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन में इसी वर्ष मार्च में बजट सत्र के दौरान हंगामा करने पर निलंबित किए गए कांग्रेसी विधायकों के निलंबन का फैसला विधानसभा अध्यक्ष ने निरस्त कर दिया है। देहरादून में चल रहे मानसून सत्र के दौरान कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह द्वारा व्यवस्था के प्रश्न के अंतर्गत उठाए गए इस विषय को सुनने के बाद पीठ ने यह फैसला दिया ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन में इसी वर्ष मार्च में बजट सत्र के दौरान हंगामा करने पर निलंबित किए गए कांग्रेसी विधायकों के निलंबन का फैसला विधानसभा अध्यक्ष ने निरस्त कर दिया है।
कांग्रेस के विधायकों ने कार्यसूची व विधेयकों की प्रतियां फाड़ीं और पीठ की तरफ उछाली। प्रभारी सचिव विधानसभा की टेबल को पलटने का प्रयास किया गया और माइक भी तोड़ा गया। 15 दिन के लिए हुए थे निलंबित कांग्रेस विधायकों के इस व्यवहार पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य समेत सदन में मौजूद कांग्रेस के सभी 15 सदस्यों को दिनभर के लिए निलंबित कर दिया था। इसके बाद कांग्रेसी विधायकों ने इसे नियम के विपरीत बताते हुए निलंबन वापस लेने की मांग की थी, जिसे तब पीठ ने अस्वीकार कर दिया था।
देहरादून में चल रहे मानसून सत्र के दूसरे दिन कांग्रेस के विधायक प्रीतम सिंह ने व्यवस्था के प्रश्न के रूप में इस विषय को फिर उठाया। उन्होंने कहा कि निलंबन को लेकर विधानसभा की कार्य संचालन नियमावली के नियमों का पूरी तरह पालन नहीं हुआ। उन्होंने निलंबन को अवैधानिक बताते हुए इसे निरस्त करने की मांग की। पूरे विषय को सुनने के पश्चात विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायकों के निलंबन को निरस्त करने की घोषणा की।