डी0 एफ0 ओ0 पुरोला ने पुरानी गलत परम्पओं को कुर्सी पर बैठते ही किया समाप्त
डी0एफ0ओ0 ने पूर्व में हुए कार्यों की शुरु करवाई जांच
पुरोला। टौंस वन विभाग पुरोला आजकल चर्चाओं में छाया हुआ है ,जबसे पुरोला टौंस वन विभाग की लापरवाही से सैकड़ों देवदार के हरे वृक्ष वन निगम द्वारा काटे गए।उस पर सरकार ने जांच टीम बिठा कर दोषी पाए जाने वाले अधिकारी व कर्मचारियों को तत्काल निलंबन कर दिया। जिस कारण पुरोला वन विभाग में खलबली मची हुई है। पुरोला टौंस वन विभाग की जिम्मेदारी सम्भालते ही डी0एफ0ओ0 कुंदन कुमार ने विभाग में कई गलत परम्पराओं को आते ही समाप्त कर दिया। ठेकेदारों के हौसले के कारण सैकडों देवदार के पेड़ काट दिए गए। इसी कारण सारे ठेकेदारों के रजिस्ट्रेशन समाप्त कर दिये। ठेकेदारों की मनमाफिक विभाग में सेटिंग होने से कोई अधिकारी जांच की हिम्मत नहीं जुटा पाता।हर ठेकेदार के सम्बंध सरकार के मंत्रियों से है।
जब डी 0एफ0 ओ0ने इस तरह की कार्यवाही की तो ठेकेदार सगठन परेशान हो गया।अधिकारी के खिलाफ विधायक, मंत्री, व मुख्यमंत्री के यहाँ तक धरना देने की बात भी सामने आने लगी। ठेकेदारों ने विरोध करना शुरू कर दिया। डी0एफ0ओ0अपने फैसले से तस से मस नही हुए। जब डी0एफ0ओ0 से सम्पर्क किया गया तो सारी हकीकत सामने आ गयी। ऐसे कई ठेकेदार हैं जिनका रजिस्ट्रेशन 2020 में समाप्त हो चुका है कई ठेकेदारों की हैसियत भी दो साल पूर्व ही समाप्त हो चुकी है।विभाग में लम्बे समय से ठेकेदारी होने के कारण अधिकारी बिना जांचे परखे उन्हीं लोगों को विभाग की मिलीभगत के कारण कई सालों से ऐसा ही खेल चलता आ रहा है। जिसे डी0एफ0ओ 0 कुंदन कुमार ने समाप्त कर दिया। कुंदन कुमार की ईमानदारी छवि होने के कारण सरकार ने भी उन्हें पुरोला टौंस वन विभाग की जिम्मेदारी सौंपी है।वन विभाग में कई कार्यो में विभाग के कई रेंज अधिकारी व कर्मचारी ठेकेदारों के साथ आजतक पाटनर में काम करते आ रहे हैं।जमीनी हकीकत यह है कि करोडो रुपये की योजना खर्च होने पर भी कहीं काम दिखता नहीं।