शिकायत निवारण जनता मिलन कार्यक्रम में चौबीस मामले प्रस्तुत किए गए
उत्तरकाशी। जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला की अध्यक्षता में आयोजित शिकायत निवारण जनता मिलन कार्यक्रम में चौबीस मामले प्रस्तुत किए गए। इस मौके पर विकास कार्यों की भी समीक्षा की गई। जन समस्याओं व शिकायतों के त्वरित व प्रभावी निस्तारण के लिए जिला कार्यालय सभागार में आयोजित इस पाक्षिक आयोजन के मौके पर बीते माह हुई अतिवृष्टि से मोरी, पुरोला, धनारी एवं धौंतरी क्षेत्र में खेती एवं सार्वजनिक परिसंपत्तियों को हुए नुकसान के मामले प्रमुखता से उठाने के साथ ही भूमि कटाव को रोकने तथा क्षतिग्रस्त रास्तों व पुलियाओं की मरम्मत किए जाने की मांग की गई। जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने विभागीय अधिकारियों से इन मामलों का परीक्षण कर आवश्यकतानुसार आपदा मद अथवा अन्य विभागीय मदों के तहत प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
गुंदियाट गांव में कूड़ा निस्तारण की समस्या उठाए जाने पर जिलाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में कूड़ा निस्तारण के लिए पंचायतों के स्तर से प्रभावी कदम उठाए जाने की अपेक्षा करते हुए ठोस कूड़ा की छंटाई कर सुरक्षित निस्तारण की व्यवस्था करने हेतु पंचायतराज विभाग एवं विकास विभाग को कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि कूड़ा प्रबंधन के लिए पंचायतों को जवाबदेह बनाया जाय और इसके लिए प्रशिक्षण की भी व्यवस्था की जाय। जड़ी-ढुमका (डुण्डा) के जीतवर लाल ने उनके परिवार के साथ मारपीट के मामले में कार्रवाई न किए जाने की शिकायत की। जिलाधिकारी ने इस मामले में मौके पर ही उप जिलाधिकारी डुण्डा और पुलिस विभाग के अधिकारियों को जांच कर कार्रवाई सुनिश्चित करने की हिदायत दी।
मोरी ब्लाक के लिवाड़ी गांव निवासी सुरेश कुमार ने लिवाड़ी-जखोल सड़क का निर्माण कार्य अत्यंत धीमा होने व पुल क्षतिग्रस्त होने की शिकायत की। जिलाधिकारी ने इस मामले में कार्यदायी संस्था वेप्कोस लि. को तीन दिन में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश देते हुए लंबित कार्य तेजी से पूरा किए जाने और क्षतिग्रस्त सड़क व पुल को शीघ्र दुरस्त करने को कहा। थाती-धनारी की प्रधान तनुजा चौहान सहित धनारी क्षेत्र के प्रतिनिधिमंडल ने पटूड़ी धनारी से सेम-मुखेम मोटर मार्ग का निर्माण किए जाने की मांग उठाई।
जिलाधिकारी ने इस सड़क के निर्माण के लिए वन-भूमि की स्वीकृति से संबंधित आपत्तियों का निस्तारण करने हेतु लोक निर्माण विभाग तथा प्रभागीय वनाधिकारी को शीघ्र से कार्रवाई करने के निर्देश दिए। धौंतरी में सड़क से बहने वाले पानी के कारण भूमि कटाव होने तथा प्रभावित घरों की सुरक्षा के उपाय किए जाने के संबंध में भी संबंधित विभागों के अधिकारियों को मौके पर ही निर्देशित किया।
ज्ञानसू निवासी ताराचंद व अन्य नगरवासियों ने जोशियाड़़ा मोटर पुल पर जाली, सीसीटीवी कैमरा व अन्य सुरक्षा के इंतजाम किए जाने का मामला उठाया। जिलाधिकारी ने इस मामले में उप जिलाधिकारी भटवाड़ी और लोनिवि के अधिशासी अभियंता को संयुक्त निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।जिलाधिकारी ने पूर्व में प्रस्तुत शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा करते हए कहा कि आम लोगों द्वारा उठाए गए मामलों का अधिकारी तत्परता से व कारगर समाधान सुनिश्चित करें।
इस मौके पर बीस सूत्री कार्यक्रम और जिला योजना सहित अन्य विकास कार्यक्रमों की प्रगति के साथ ही सीएम हेल्पलाइन के मामलों के निस्तारण की समीक्षा भी की। बैठक में तीस सूत्री कार्यक्रम के लक्ष्य निर्धारण, सरकारी परिसंपत्तियों के आमजन हेतु उपयोग, ई- ऑफिस संचालन के संबंध में भी विचार-विमर्श किया गया और समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचारों पर विभागों द्वारा की गई कार्रवाई की भी समीक्षा की गई। कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, उप जिलाधिकारी भटवाड़ी चतर सिंह चौहान, उप जिलाधिकारी डुण्डा बृजेश कुमार तिवारी, प्रभागीय वनाधिकारी डीपी बलूनी, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आरसीएस पंवार, मुख्य शिक्षा अधिकारी सी.एन.काला सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, तहसीलदार एवं खंड विकास अधिकारी और सरकारी परिसंपत्तियों से संबंधित समिति कि गैर सरकारी सदस्य लोकेन्द्र बिष्ट उपस्थित रहे। उपजिलाधिकारी पुरोला देवानंद शर्मा एवं उप जिलाधिकारी बड़कोट मुकेश चंद रमोला के साथ ही बड़कोट, पुरोला एवं मोरी क्षेत्र के अधिकारियों ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस आयोजन में भाग लिया।