आशा फैसिलिटेटरों की महारैली ,सचिवालय किया कूच
देहरादून – आशा फैसिलिटेटरों की महारैली गांधी पार्क से सचिवालय के लिये कूच किया ।अपनी मांगों के लिए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते रहे।इनकी मांग है कि 20 दिन की मोबिलिटी को बढ़ाकर 30 दिन किया जाय।आशा एवं आशा फैसिलिटेटरों को पल्स पोलियो डयूटी का 100 रुपये मिलते हैं जिसे बढ़ाकर 600 रुपये किया जाय।
पी0एल0ए0 एवं वी0एच0एस0एन0सी0 बैठक का मानदेय अभी तक 100 रुपये मिलता आ रहा है उसे 800 रुपये किया जाय।आशाओं का वेतन 18000 रुपये किया जाय एवं फैसिलिटेटरों का वेतन 24000 दिया जाय।महारैली को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अखिल भारतीय आशा फैसिलिटेटर रेनू नेगी ने संबोधित करते हुए कहा कि सरकार हमसे केवल सेवाएं करवाती हैं जिसका हमें मजदूरी तक नहीं मिल पाती है।प्रदेश महामंत्री ललितेश विश्वकर्मा ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि महिलाओं को अपनी मांग मनवाने के लिए घरबार छोड़कर आंदोलन करना पड़ रहा है जो कि निन्दनीय है।सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हजारों आशा व आशा फैसिलिटेटरों ने सचिवालय घेरने के लिए जैसे ही आगे बढ़ी पुलिस ने पहले ही बैरीगेट लगा कर भारी संख्या में पुलिस को तैनात किया।
महिलायें वहीं बैठकर नारेबाजी करते रहे।रैली में विभिन्न जनपदों से आशा व आशा फैसिलिटेटर सरिता रावत, मोनिका, अनिता बोरा, जानकी गहतोड़ी, मीना मिश्रा, दीपा तिवारी, ललिता बोरा, किरन बिष्ट, मुन्नी उनियाल, विजय लक्ष्मी पुंडीर, गंगा गुप्ता, आशा सेमवाल, लता आदि ने भाग लिया।