उत्तराखंड

जिला योजना के अंतर्गत स्वीकृत परिव्यय रू. 76.57 करोड़ के सापेक्ष अभी तक रु. 43.14 करोड़ की धनराशि हुई कुल व्यय

उत्तरकाशी  – जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने अधिकारियों को जिला योजना की मदों में स्वीकृत धनराशि का समयांतर्गत शत-प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए आगाह किया है कि तुरंत धनराशि का सदुपयोग न करने वाले विभागों की धनराशि अन्य विभागों के आवश्यक कार्यों के लिए आवंटित कर दी जाएगी।

जिला मुख्यालय पर आयोजित एक बैठक में जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जिला योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि विकास कार्यों के लिए तय लक्ष्यों को हासिल करने पर सभी विभाग विशेष ध्यान दें। निर्माण कार्यों के लिए नियुक्त कार्यदायी संस्थाओं पर संबंधित विभाग निरंतर नजर बनाए रख प्रगति का नियमित अनुश्रवण करें। जिलाधिकारी ने विभिन्न योजनाओं की अवशेष किश्त को अवमुक्त करने के लिए अधिकारियों को तुरंत प्रस्ताव प्रस्तुत करने की हिदायत देते हुए कहा कि स्वीकृत धनराशि व्यय करने के लिए वित्तीय वर्ष के अंतिम दिनों की प्रतीक्षा न की जाय और सभी विभाग तुरंत स्वीकृत धनराशि को व्यय करना सुनिश्चित करें।

जिलाधिकारी ने बैठक में शिक्षा, चिकित्सा-स्वास्थ्य, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई, लघु सिंचाई, पर्यटन, जल निगम, जल संस्थान, उद्यान, कृषि, सामुदायिक विकास, पशुपालन सहित अन्य विभागों की जिला योजना की मदों में प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा जिन विभागों में स्वीकृत धनराशि बचने की संभावना हो, उनसे बचत धनराशि वापस लेकर अन्य विभागों को आवश्यक व महत्वपूर्ण कार्यों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। यह प्रक्रिया अविलंब संपादित करने के निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि स्वीकृत धनराशि लेप्स होने पर संबंधित अधिकारियों को विरूद्ध कार्रवाई करने के साथ ही आगामी जिला योजना में संबंधित विभाग के परिव्यय में कटौती कर दी जाएगी।

जिलाधिकारी ने हीना में नवनिर्मित पार्किंग की सुरक्षा एवं रख-रखाव के लिए लघु सिंचाई विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि आगामी यात्राकाल में इस पार्किंग का संचालन प्रारंभ हो जाएगा। लिहाजा यहां पर सभी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने के साथ ही हीना की वैकल्पिक पार्किंग के टिन शेडों का यात्रा व्यवस्था से जुड़े अन्य कार्यों में उपयोग करने की व्यवस्था की जाय। जिलाधिकारी ने नगरीय क्षेत्रों की पेयजल समस्या के समाधान के लिए जिला योजना के तहत जिले के विभिन्न स्थानों पर निर्माणाधीन नलकूप योजनाओं का निर्माण अविलंब पूरा करने के निर्देश देने के साथ ही जल जीवन मिशन से विभिन्न गांवों में छूटे तोकों में जलापूर्ति के लिए जिला योजना में स्वीकृत कार्य भी प्राथमिकता से पूरा करने को कहा।

बैठक में बताया गया कि इस वर्ष की जिला योजना के अंतर्गत स्वीकृत परिव्यय रू. 76.57 करोड़ के सापेक्ष अभी तक रु. 43.14 करोड़ की धनराशि व्यय की जा चुकी है। अधिकारियों ने बताया कि अवशेष धनराशि से संबंधित कार्य तुरंत पूरा कर स्वीकृत धनराशि का समयांतर्गत पूर्णतः सदुपयोग सुनिश्चित कर लिया जाएगा। बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि बडकोट नगर के लिए निर्माणाधीन पंपिंग योजना व नलकूप योजनाओं के लिए वनभूमि से संबंधित स्वीकृति भी प्राप्त हो चुकी है। इन योजनाओं के साथ ही जिला योजना में स्वीकृत सभी नलकूप योजनाओं का निर्माण कार्य आगामी मार्च महीने में पूरा हो जाएगा।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी एसएल सेमवाल, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी चेतना अरोड़ा सहित समस्त विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।

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