अनिता की मेहनत लायी रंग ,बच्चे बाल शोध मेले में अपनी कला को कर रहे हैं प्रदर्शित
चन्द्रभूषण बिजल्वाण की रिपोर्ट-राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय एवं प्राथमिक विद्यालय कोटगांव को बन्द होने से बचाया अनिता भारती ने
मोरी। उत्तराखंड में जहां सरकारी स्कूलों की स्थिति शिक्षकों के अभाव के कारण दिनोंदिन गिरती जा रही है वहीं कई शिक्षक अपनी मेहनत से स्कूलों को सुधारने का काम भी कर रहे उसका जीता जागता उदाहरण है राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय एवं प्राथमिक विद्यालय कोटगांव संकुल सांकरी है। जो विकास खण्ड मोरी में स्थित है।इस स्कूल द्वारा बाल शोध मेले का आयोजन किया गया । जिसमें छात्रों ने अपनी प्रतिभाओं को दिखाने का प्रयास किया छात्रों ने अपने शोध से बीजों का संग्रह एवं स्थानीय पौष्टिक व्यंजन, गणित के टी एल एम एवं छोटी-छोटी कहानियां ,अपनी स्थानीय वेशभूषा के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम कर सभी का मन मोह लिया ।
विद्यालय के प्रधानाध्यापिका अनिता भारती ने बताया कि यह विद्यालय पहले बंद होने की कगार पर था । इस विद्यालय में पहले केवल चार बच्चे रह गये थे । आज लगातार प्रयास करने से एवं समाज का हमारे विद्यालय के प्रति बढते विश्वास से हमारे विद्यालय की छात्र संख्या 34 हो गई है । अनिता के साथ दो शिक्षक और भी आ चुके है । अनिता ने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि छात्रों को अच्छी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर सकें।
छात्रों ने स्वयं के प्रयास से एवं एपीएफ के बाबू राम जी के सहयोग से बाल शोध मिले का आयोजन किया और आज वह बाल शोध मेला सफल होते हुए दिख रहा है । इसके लिए अनिता ने अपने शिक्षा समिति, अपने विद्यालय परिवार ,ग्राम प्रधान, सामाजिक कार्यकर्ता लायवर सिंह रावत तथा शिक्षा के प्रति जागरूक समाज एवं एपीएफ के बाबूराम व साथियों को धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया ।