उत्तराखंड

मुख्य वन संरक्षक का पुरोला दौरा , वनाग्नि को रोकने के दिए आदेश

पुरोला – उत्तरकाशी जनपद के कई हिस्सों में आग लगने से कारण जंगलों को काफी नुकशान हुआ है ।वन विभाग के कर्मचारी  आग बुझाने का काम  रातदिन करते रहे,लेकिन कामयाबी न के बराबर मिलती रही। क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व लोगों ने विभाग के खिलाफ उच्च अधिकारियों से शिकायत की । टौंस वन प्रभाग पुरोला के डीएफओ कुन्दन कुमार ने कहा कि वनों में आग स्वय नहीं लगती ,क्षेत्र के लोगों के द्वारा आग लगाई जाती है ,वन विभाग के कर्मचारी रातदिन एक करके आग को बुझाने में लगे हैं, कुछ शरारती तत्व आग लगाने का काम कर रहे हैं।अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज करवाई गई है।वही मुख्य वन संरक्षक निशांत वर्मा को पुरोला का दौरा करना पड़ा।

वन विभाग के गेस्ट हाउस जरमोला में मुख्य वन संरक्षक ने तीनों डिविजन टौंस वन प्रभाग पुरोला,यमुना वन प्राभाग बड़कोट एवं गोविंद वन्य जीव बिहार व राष्ट्रीय पार्क पुरोला के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बैठक कीनिशांत वर्मा ने तीनों डिविजनों के अधिकारियों व कर्मचारियों को  वनों में आग लगने का कारण पूछा तो डीएफओ यमुना वन प्रभाग   डॉ अभिलाषा सिंह ने कहा कि इस साल लगभग सितम्बर माह से बारिश न होने के कारण भी आग लग रही है  वनों में सुखा घास व पत्तों के जमा होने के कारण भी आग पर जल्दी काबू नहीं किया जा रहा है।

कई जगह पर ग्रामीणों द्वारा भी आग लगाई जाने की भी सूचना मिली थी अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। वन सरक्षक ने  आग लगाने का कारण पूछने पर  कई कर्मचारियों ने कहा ग्रामीणों द्वारा भी आग लगाई जाती है ताकि नयी घास आ सके। निशांत वर्मा ने आग पर  नियंत्रित करने के आदेश जारी करते हुए कहा कि  वन पंचायत समिति व ग्रामीणो का सहयोग लेने  से आग पर काबू किया जा सकता है । वन संरक्षक निशांत वर्मा ने डीएफओ पुरोला को कहा कि अपने अनुभवों से क्षेत्र को लाभांवित करें।जो वनों को नुकसान पहुंचाने का काम करे उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करें।

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