कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता शान्ति भट्ट ने भाजपा सरकार की टिहरी जनपद की स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत को गिनाया
टिहरी- कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शान्ति भट्ट ने भाजपा सरकार पर कई आरोप लगाए।उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओ की प्रसव के दौरान हो रही मौतों से भाजपा सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं की पोल पट्टी खुल गई। रामभरोसे चल रही है भाजपा सरकार और स्वास्थ्य सेवाएं। उनका आरोप है कि 90%सीएचसी, पीएचसी, व एपीएचसी उपकेंद्रों पर डॉक्टर ही नही है। स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत से इस्तीफा की मांग करते हुए कहा कि वे अक्षत वितरण का ही पुण्य काम करे।शान्ति भट्ट ने कहा है कि इस तरह सरकार की नाकामी के लिए माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष पीआई एल 638/2013 शान्ति भट्ट बनाम भारत संघ पेश करूंगा।
टिहरी जनपद के प्रतापनगर के हेरवालगांव की एक गर्ववती की मृत्यु से बत्तर होती सेवाओ ने शर्मशार कर दिया,इससे पहले भी एक और गर्भवती महिला की प्रसव के दौरान ही मृत्यु हुई थीं। भाजपा सरकार मे अस्पतालों के इतने बुरे हाल हो चुके है कि एक सुरक्षित प्रसव नहीं हो पा रहा है, प्रसव के दौरान जच्चा बच्चा की मृत्यु हो जा रही है । देशभर में NRHM के तहत अनेको स्वास्थ्य सेवाएं है, जिनमे मातृव लाभ, जननी सुरक्षा, शिशु सुरक्षा आदि आदि अनेकों सुविधाएं है, किंतु सब धूल फांक रही है, सरकार का काम और ध्यान केवल मन्दिर निर्माण और प्रोपोगेंडा पर है।”संविधान का अनुच्छेद 21 नागरिकों को प्राण का अधिकार देता है, इस अधिकार के तहत,चिकित्सा प्राप्त करना नागरिकों का मूलाधिकार है”: सुप्रीम कोर्ट
” पश्चिम बंग खेत मजदूर समिति” बनाम ” पश्चिम बंगाल राज्य”व अन्य AIR 2426(1996) के केश में सुप्रीम कोर्ट ने यह व्यवस्था दी है, गर्भवती की मृत्यु पर सरकार उनके परिवार को छतिपूर्ति राशि प्रतिकर प्रदान करे। शान्ति भट्ट ने कहा है कि टिहरी जिले में क्यों बीमार है अधिकांश अस्पताल ?
अधिकाश अस्पतालो में तैनात डाक्टर ओर मेडीकल स्टाफ व्यवस्था पर देहरादून ,ऋषिकेश में है, जबकि उनकी सेलरी पहाड के दूर दराज के अस्पतालो से निकलती है।
सीएचसी खाड़ी इसका स्पष्ट उदाहरण है, कोई भी अधिकारी वहां जाकर स्थलीय निरीक्षण कर सकता है।
देशभर में स्वास्थ्य की व्यवस्था का सिस्टम :
🔹 जिला चिकित्सालय
🔹 उप जिला चिकित्सालय
🔹 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
🔹 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
🔹 अतरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 🔹 उपकेंद्र
प्रत्येक जागरूक नागरिक का कर्तव्य है कि वह अपने नजदीकी अस्पताल/स्वास्थ्य केंद्र की जानकारी प्राप्त करे और कमी को सरकार तक पहुंचाएं, ताकी आपातकालीन स्थिति में आपका अस्पताल खुद बीमार न रहे।
भाजपा सरकार से भट्ट ने कई सवाल जड़ दिए तो उनका उत्तर सरकार देने हैं–
◾ आपके नजदीकी अस्पताल में कुल कितने डॉक्टर कार्यरत है,और कितने रिक्त है ?
◾ क्या जीवन रक्षक दवाइया उपलब्ध है ?
◾क्या चिकित्सा उपकरण उपलब्ध है?
◾क्या चिकित्सा उपकरण नए है या पुराने?
◾बिजली, पानी, सफाई व्यवस्था कैसी है ?
◾ अस्पताल भवन की स्थिति कैसी है?
◾अस्पताल में मरीजों के लिए कुल कितने बैड है और उनकी स्थिति क्या है?
◾ तिमारदारो के रुकने लिए क्या व्यवस्था है?
◾ बल्डबैक है या नही?
◾ पैथोलोजी है या नहीं यदी है तो कितनी प्रकार की जांच होती है?
◾ अल्ट्रासाउंड, एक्सरे, एमआरआई आदि मशीन है या नहीं?
यदि हां तो क्या इनके तकनीशियन डाक्टर भी है या नही?
◾ आक्सीजन प्लांट है या नही यदी नहीं तो आक्सीजन की आपूर्ति कैसी होती है?
◾ कुल कितनी एंबुलेंस उपलब्ध है?
◾ICU और CCU वार्ड है या नही?
◾ जनरल वार्ड में पंखे, हीटर आदि की क्या व्यवस्था है?
◾ स्त्री रोग विशेषज्ञ है या नही?
◾ प्रसूति/ डिलीवरी मेल नर्स या फीमेल नर्स करवाती/करवाता है?
◾ फार्मासिस्ट और मेडीकल स्टाफ पूरा है या नही?
◾ सफाई नायक/कर्मी पुरे है या नही?
◾ डॉक्टर और अन्य कर्मचारियों की आवासीय व्यवस्था पुख्ता है या नही। आदि आदि ?
🔹 उप जिला चिकित्सालय नरेन्द्रनगर
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हिंडोलाखाल
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कीर्तिनगर
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थत्यूड
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलेश्वर
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चम्बा
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छाम/कंडीसौड
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापनगर
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मदननेगी प्रा.स्वास्थ्य केंद्र नंदगांव
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खाड़ी/ प्रा.स्वाथ्य केंद्र फकोट
🔹प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टाईप बी
1: जाखणीधार: नंदगांव
2: भिलंगना: पिलखी
3: नरेन्द्रनगर: फकोट
4: प्रतापनगर: छेरपधार
5: थौलधार: डोबरापुल
6: कीर्तिनगर: न्यूली
🔹प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टाइप ए
7: कीर्तिनगर
(लोस्तुबडियारगढ़ , जखंड ढूडसीर ,बैज्वाडी , आछरीखुंट)
8: हिंडोलाखाल
(हिसरियाखाल देवप्रयाग , टकोली ,जामनीखाल ,पौड़ीखाल )
9: चम्बा
( गजा , नई टिहरी , नागराजाधार,नकोट चोपड़ियाल )
10: जाखणीधार
(अंजनीसैण,धारकोट, सेमंडीधार , खंडोगी , रजाखेत, जाखणीधार)
11: थौलधार
( मैंडखाल, कमांद, कांडीखाल)
12: प्रतापनगर
(दीनगांव ,कोटालगांव,पनियाला, हलेथ)
13: नरेंद्रनगर
( पावकीदेवी, रणकोट ,कोडराना)
14: भिलंगना
( चमियाला , घुत्तू ,हुलानाखाल, बूढ़ाकेदार, ठेला , मैगाधार, अखोडी , दल्ला , कांडीखाल मगरो घनसाली , खवाड़ा)
15: जौनपुर
(सत्यो ,नैनबाग , कैम्पटी , भवान , कोड़ी पंतवाड़ी, धनोल्टी)
इनके अतिरिक्त उपकेंद्रो पर क्या स्थिति होगी?
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन योजना(NRHM)
आँगनवाड़ी केंद्र
*आशा
(Ashas:Accredited social helth Activists)
*सहायक नर्स दाई ANM(Auxiliary Nurse)
*दाई धात्री/प्रसाविक (midwife)
*उप केंद्र(Sub centr)
*प्राथमिक स्वास्थ केंद्र(primary helth centre) 26
*अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
(Add.primary centre)
*सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र 5
(community helth center)
*जिला अस्पताल(district hospital) 1
*संयुक्त चिकित्सालय 1
*मातृत्व मृतु दर M M R(maternal morality ratio)
*शिशु मृतु दर I M R(intant mortality ratio)
*MDRS (maternal deaths and materrnal death Reviews)
*DHFWS(department of helth and family welfare society)
*राष्ट्रीय मातृत्व लाभ योजना(NMBS)
(National maternity benefit scheme)
JSY ( *जननी सुरक्षा योजना)
JSSK ( *जननी शिशु सुरक्षा योजना *)
एकीकृत बाल विकास योजना (ICDS)
Integrated child development scheme
*ARSH
किशोर/तरुण पुनरुत्थान लैंगिक प्रव्रती स्वास्थ्य रणनीति
Adolescent Reprod and sexual helth strategy
ICTC *समेकित/एकीकृत परामर्श जाँच केंद्र
Integrated counselling and testing centre
*परिवार नियोजन केंद्र
FPC (Family Planing camp)
*आपातकालीन गर्भ निरोधी गोली
Ecps (Emergency contrceptive pills) आदि।