जिले के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सायं एनआईएम अतिथि गृह में अधिकारियों की ली बैठक
उत्तरकाशी – जिले के प्रभारी मंत्री श्री अग्रवाल ने देर सायं एनआईएम अतिथि गृह में अधिकारियों की बैठक लेकर आपदा प्रबंधन, चारधाम यात्रा व्यवस्था, विभिन्न विकास कार्यक्रमों के क्रियान्वयन आदि कार्यों की जानकारी ली। श्री अग्रवाल ने आपदा प्रबंधन के से जुड़ी सभी तैयारियों को हमेशा पुख्ता रखने और आपदा प्रभावितों को त्वरित मदद पहॅुचाने के निर्देश देने के साथ ही चारधाम यात्रा को सुचारू और सुरक्षित बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक प्रबंधन करने के निर्देश दिए। इस मौके पर जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि जिले में आपदा प्रभावित 735 लोगों को 92 लाख की राहत राशि वितरित की गई है और पिछले दिनों हुई अतिवृष्टि के कारण प्रभावित परिसंपत्तियों के तात्कालिक पुनर्स्थापन तथा सुरक्षा कार्यों को तत्परता से संपन्न करने हेतु विभिन्न विभागों को ढाई करोड़ रूपये की धनराशि अग्रिम के रूप में उपलब्ध कराई गई है। अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा एवं नदी-नालों को चैनलाईज करने का कार्य तत्काल प्रारंभ करवाएं गए हैं। जिलाधिकारी ने गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के विकास के लिए प्रस्तावित परियोजनाओं की जानकारी देते हुए गंगा व यमुना के तटवर्ती कस्बों व नगरों में सीवरेज प्रबंधन के लिए योजनाएं बनाए जाने के संबंध में भी विचार-विमर्श किया।
इस अवसर पर विधायक गंगोत्री सुरेश चौहान ने उत्तरकाशी में बस अड्डे का विस्तार किए जाने सहित नगर के सीवरेज व ड्रेनेज की समस्या के निस्तारण तथा अन्य विकास से जुड़ी मांगों को प्रभारी मंत्री के सम्मुख रखा।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जयकिशन, अपर जिलाधिकारी रजा अब्बास, उप जिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी चेतना अरोड़ा, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल भी उपस्थित रहे।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचन्द्र अग्रवाल ने जिले के अपने दो दिवसीय भ्रमण के दौरान गत सांय जिला मुख्यालय पहॅॅुंचने पर लोनिवि निरीक्षण भवन में आम लोगों एवं पार्टी कार्यकर्ताओं से भेंट कर उनकी समस्याओं को सुना। श्री अग्रवाल ने लदाड़ी में निवास कर रही भड़कोट गाजणा गांव के श्रीमती चैता देवी से भेंट कर उनके पति के दैवी आपदा में निधन होने पर सांत्वना देने के साथ ही चार लाख रूपये की सहायता राशि का चैक भी भेट किया। श्रीमती चैता देवी के पति पुष्कर सिंह मलूड़ा की गत 12 अगस्त को बड़कोट तहसील के अंतर्गत ओरछा बैंड के निकट चट्टान गिरने से मृत्यू हो गई थी।