शिक्षकों के साथ शिक्षा मंत्री का सीधा संवाद, 3 दर्जन से अधिक शिक्षकों ने दिखाया आईना
शिक्षकों के हजारों पद रिक्त होने से नौनिहालों का भविष्य अधर में लटका हुआ है
स्कूलों के भवन जर्जर होने से भवनों का गिरने का भय
दूर दराज के स्कूलों में शिक्षकों व छात्रों के प्रति विभाग के अधिकारी लापरवाह
छात्रों को समय पर नही मिलती किताबें
राज्य भाषा संस्कृत के दर्जनों स्कूलों में पद ही सृजित नहीं
स्कूलों में बच्चे नही पढ़ पा रहे हैं संस्कृत ,कैसे होगा राज्य भाषा का सपना साकार
देहरादून – राजधानी देहरादून के एनसीईआरटी के हॉल में शिक्षा मंत्री का शिक्षकों के साथ सीधा संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें लगभग तीन दर्जन से अधिक शिक्षकों ने चौंकाने वाले आंकड़े शिक्षा मंत्री के सामने रखे।
शिक्षकों के हजारों पद रिक्त होने से शिक्षा में कैसे आयेगी गुणवत्ता, जिसे सुनकर मंत्री चुपचाप अपने ही विभाग की कमियों को छुपाते नजर आए।जहां पूरे प्रदेश में सरकारी स्कूलों से बच्चों की संख्या धीरे धीरे घटने के आंकड़ा आ रहा है वहीं विभाग के अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आ रही है।जिन स्कूलों में छात्रों की संख्या बहुत अधिक है वहीं शिक्षकों की भारी कमी होने से छात्रों का भविष्य चौपट हो रहा है।
सरकार तो बजट हर सुविधाओं के लिए आवंटित कर रही है लेकिन बजट को अधिकारी कहां ठिकाने लगा रहे हैं ।इसे प्रदेश के शिक्षा मंत्री भी नही जान पाए।समय पर बच्चों को किताबें न मिलना ,शिक्षकों का अभाव,स्कूलों में शिक्षकों के नए पदों का सृजन न होना,भवनों की मरम्मत न होना,तमाम कमियों के कारण सरकारी स्कूलों से धीरे धीरे बच्चों का मोह भंग हो रहा है।
प्रदेश भर में सरकार संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने की बात करती है वही उत्तराखंड में दर्जनों स्कूल ऐसे हैं जहाँ छात्र तो संस्कृत पढ़ना चाहते हैं लेकिन संस्कृत विषय के पद ही सृजित नहीं है ।प्रदेश सरकार नौनिहालों के भविष्य को लेकर बड़ी चिंतित तो है लेकिन कर कुछ नही पा रही रही ,शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री से पूछा है कि लगभग सभी स्कूलों में कम्प्यूटर लैब हैं लेकिन शिक्षकों की नियुक्ति आज तक नहीं हुई।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्कूलों की समस्या को हर हाल में ठीक किया जायेगा।यह संवाद हर विकास खंड में किया जाएगा ताकि बच्चों व शिक्षकों की कमियों को दूर किया जा सकेगा।अन्तरमण्डलिय ट्रांसफर को लेकर सैकड़ों शिक्षक ने भी कार्यक्रम में शिरकत की ।शिक्षा मंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनके ट्रांसफर हर हाल में जल्दी होंगे।कोर्ट में सरकार अपन पक्ष मजबूती से रखेगी।वहीं शिक्षकों ने अतिथि शिक्षकों के प्रति भारी आक्रोश व्यक्त किया।