परमात्मा को जीवन में धारण करने से ही खुशहाली आती है-सुदीक्षा जी महाराज
कोटद्वार के हल्दुखाता में विशाल निरंकारी सन्त समागम
कोटद्वार – सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की छत्रछाया में हल्दुखाता के ए वी एन पब्लिक स्कूल में 4 बजे से शाम 7 बजे तक विशाल सन्त समागम का आयोजन हुआ जिसमें उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, चमोली,रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, पौड़ी, एवं यूपी के कई जनपदों से हजारों की तादात में सगतें आयी।
सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने पहले हल्दुखाता खाता में बने भवन का उद्घाटन किया, उसके बाद पंडाल में हजारों अनुयायियों को दर्शन देकर कृतार्थ किया।सद्गुरु माता सुदीक्षा जी ने फरमाया कि सन्तों ने जो भी वाणी कही वह हमेशा जीवन को सुधारने वाली रही है।जिसने भी सन्तों की वाणी को अपनाया वह हमेशा आनन्द में रहा।इंसान अपनी भौतिक सुख सुविधाओं को तो आगे रखता है क्या यही सफल जीवन है ,नहीं, सफल जीवन उसी को कहा जायेगा जिसे इस परमात्मा का ज्ञान होता है ,सन्तो ने कहा है कि अपने परिवार की सभी जिम्मेदारी को निभाते हुए भक्ति को महत्व देना है
आज हर एक इंसान अपने को ऊंचा दूसरे को नीचा दिखाने का रातदिन प्रयास कर रहा है।जबकि परमात्मा की नजर में सभी एक समान है।ऐसी सोच को मन से निकालना है।
परमात्मा से प्यार होता है तो परमात्मा की बनाई हुई सभी चीजों से और सभी इंसानों से प्यार हो जाता है।फिर मन के सारे भेदभाव खत्म हो जाते हैं।सभी अपने लगने लगते हैं।
भक्त तो हर समय यही स्वीकार करता है कि ये जो भी परिस्थितियां बनी हैं परमात्मा ने ही दी हैं इसलिए वो अच्छी है।
हल्दुखाता के मुखी सतेंद्र बिष्ट ने सद्गुरु माता जी का शुक्रिया अदा किया एवं आयी हुई पूरी संगत का आभार प्रकट किया।