देहरादून के अजबपुर में विशाल निरंकारी समागम
देहरादून – देहरादून के अजबपुर के स्टेडियम में निरंकारी मिशन का विशाल सन्त समागम का आयोजन हुआ जिसमें हजारों अनुयायियों ने भाग लिया। सत्संग का शुभारंभ भजन कीर्तन के शुरू हुआ ।
अनेकों आये विचारकों ने अपने विचारों से संगत को निहाल किया तो वही भजनों से पूरी संगत झूमती हुई नजर आयी। निरंकारी मिशन पूरे विश्व में आपसी भाईचारे ,मिलवर्तन, के लिए जगह जगह सत्संग के माध्यम से समाज को जागरूक करने का काम कर रहा है।आज के परिवेश में इंसान अपनी इंसानियत को धीरे धीरे दुनिया की चकाचौंध में खोते जा रहा है।
सूफी-संत महापुरुषों ने इसीलिए संसार को एक विषवृक्ष की उपमा देते हुए कहा है कि “मनुष्य अज्ञानता के कारण अपने कर्मों को प्रकृति की माया से न तौल कर परिस्थितियों को अनुकूल बनाने की चेष्टा करता है, परन्तु यह संसार इतना विशाल है कि कोई उसे अनुकूल बना ही नही सकता।मनुष्य जब तक अपने दुखों से साक्षात्कार नहीं करता,उन्हें पूर्ण रूप से समझता, तब तक वह सुखद जीवन जीने का सलीका नही जान पाता। जीवन को खुशहाल बनाने के लिए परमात्मा से जुड़ना पड़ेगा।परमात्मा से जोड़ने के लिए जानकार के पास जाना पड़ेगा।
वर्तमान के समय मे परमात्मा की जानकारी ही नहीं दर्शन भी सद्गुरु करवा देता है।समय का पैगम्बर सद्गुरु सुदीक्षा जी महाराज आज पूरे विश्व में “ब्रह्म की प्राप्ति, भ्रम की समाप्ति” का ज्ञान करवा कर मानव से मानव को जोड़ने का काम कर रही है। विशाल सन्त समागम को दिल्ली के ज्ञानप्रचारक पंडित अबदुल्ल गफ्फार खान ने संबोधन करते हुए कहा कि गीता के चौथे अध्धय के 38वें श्लोक में लिखा है कि
‘न हि ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विधते।
तत्स्वयं योग्सनसिद्ध: कालेनात्मनि विदन्ति’।
इस संसार में दिव्यज्ञान के समान कुछ भी उदात्त तथा शुद्ध नहीं है।ऐसा ज्ञान समस्त योग का परिपक्व फल है।जो व्यक्ति भक्ति में सिद्ध हो जाता है, वह यथासमय अपने अंतर में ज्ञान का अस्वादन करता है।
निरंकारी मिशन पूरी दुनिया को जगाने का काम कर रहा है ,आज इंसान अपने दुख के कारण परेशान नहीं है वह दूसरे के सुख से परेशान है ,केवल ज्ञानवान व्यक्ति दूसरे के सुख से खुश रहता है ,अज्ञानता के कारण इंसान एक दूसरे के खून का प्यासा बना दिया है।जबकि हम सब एक बाप की औलाद है ,उन्होंने कहा कि भगवान, अल्लाह, वाहेगुरु, गॉड, सब एक हैं नाम अलग अलग हैं।जिस तरह एक बच्चे को समाज के लोग अलग अलग नाम से पुकारते हैं लेकिन बच्चा तो एक ही होता है।किसी वस्तु की रटन से उसकी पूर्ति नहीं हो सकती।यदि पूर्ति करनी है तो उस वस्तु का सेवन करना पड़ेगा।
आज दुनिया में केवल रटन हो रही है ,हम अपने को बड़ा दिखाने की होड़ में लगे हैं ,सच्चाई से दूर होते जा रहे हैं।निरंकारी मिशन के सद्गुरु सुदीक्षा जी महाराज पूरे विश्व में मानवता को जोड़ने का प्रयास कर रही है ।इस समागम को सफल बनाने के लिये मंच संचालन करते हुए सचिन पंवार ने अजबपुर के सभी कलोनीवासियों का आभार प्रकट किया वहीं आयी सँगते का भी शुक्रिया अदा किया। सत्संग समाप्ति के बाद सभी आये हुए लोगों के लिए लंगर की व्यवस्था की गई थी। देहरादून के सयोजक नरेश विरमानी एवं सेवादल संचालक मनजीत ने भी संगत में आये सभी महात्माओं का आभार व्यक्त किया।क्षेत्रवासियों ने निरंकारी मिशन की इस पहल की भूरी भूरी प्रसंशा की ।