उत्तराखंड

यात्रा मार्गों पर सुरक्षा के दृष्टिगत रात्रि 8ः00 बजे से प्रातः 5ः00 बजे तक वाहनों के आवागमन पर पाबंदी सख्ती से लागू

उत्तरकाशी  – जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों को जिले में बारिश की स्थिति पर निरंतर नजर रखने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूर्व तैयारी का उच्चतम स्तर बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में उत्तरोत्तर हो रही वृद्धि को देखते हुए यात्रा मार्गों पर पर्याप्त सतर्कता व सावधानी बरते जाने के निर्देश देते हुए कहा है कि यात्रा मार्गों पर सुरक्षा के दृष्टिगत रात्रि 8ः00 बजे से प्रातः 5ः00 बजे तक वाहनों के आवागमन पर लागू पाबंदी का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करते हुए रात्रि 8 बजे के बाद पुलिस नाकों से वाहनों को आगे न जाने दिया जाय।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार जिले में भारी बारिश होने की संभावना को देखते हुए जिले में आपदा प्रबंधन तंत्र को हाई अलर्ट पर रखा गया था। जिलाधिकारी ने डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने आज जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र में जाकर जिले में बारिश की स्थिति एवं किसी भी प्रकार की संभावित आकस्मिक स्थितियों से निपटने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा की।
इस मौके पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों की बैठक लेकर कहा कि बंद सड़कों को खोले जाने के लिए संबंधित विभाग तत्परता से कार्रवाई सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने मल्ला-सिल्ला मोटर मार्ग तथा गजोली-नौगांव-भंकोली रोड पर के क्षतिग्रस्त हिस्से के मरम्मत का काम तुरंत पूरा करने के साथ ही तात्कालिक रूप से अवरूद्ध हिस्से में सुरक्षित पैदल आवागमन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंता को हिदायत दी कि भंकोली मार्ग पर एक जेसीबी को क्षतिग्रस्त हिस्से से आगे भेजने का प्रयास किया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि बागवानी और नकदी फसलों वाले दूरस्थ क्षेत्रों की सड़कों को निरंतर खुला रखने की व्यवस्था की जाय। जिलाधिकारी ने बारिश के पूर्वानुमान एवं वर्तमान वस्तुस्थिति के अनुसार प्रत्येक स्तर पर तत्परता बनाये रखते हुए सावधानी, सुरक्षा एवं आवागमन में नियंत्रण बरते जाने की अपेक्षा करते हुए कहा है कि कोई भी अधिकारी बिना पूर्वानुमति के मुख्यालय न छोड़े और अपना मोबाईल फोन निरंतर खुला रखें।
जिलाधिकारी ने कहा कि पत्थर गिरने एवं भूस्खलन जैसी घटनाओं की संभावना को देखते हुए रात्रि में वाहनों की आवाजाही में काफी जोखिम हो सकता है। गंगोत्री-धरासू मार्ग पर बंदरकोट सहित कुछ अन्य जगहों पर भूस्खलन सक्रिय होने से बार-बार पत्थर व मलवा सड़क पर गिर रहे हैं। ऐसे भूस्खलन क्षेत्रों में रात्रि में अवरूद्ध सड़कों को खोलने तथा वहां फंसन वाले वाहनों व यात्रियों को निकालने का काम काफी चुनौतीपूर्ण और जोखिम भरा हो सकता है। लिहाजा पूर्व में जारी एसओपी के अनुसार जन-माल की सुरक्ष के दृष्टिगत रात्रि 8ः00 बजे से प्रातः 5ः00 बजे तक वाहनों के आवागमन पर लागू पाबंदी पर सख्ती से अमल किया जाय।
बैठक में बताया गया कि जिले में गत रात्रि से विभिन्न क्षेत्रों में सामान्य बारिश हो रही है और जिलेभर में स्थिति सामान्य है। गंगोत्री एवं युमनोत्री मार्ग पर सहित जिले के सभी प्रमुख मार्ग खुले हैं। वर्तमान में जिले के छः ग्रामीण मार्ग पूर्व में हुए भूस्खलन एवं भूधंसांव के कारण बंद चल रहे हैं। जिन्हेंं खोलने की कार्रवाई गतिमान है।
इस मौके पर उप जिलाधिकारी भटवाड़ी बृजेश कुमार तिवारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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