विधायक के बदले सुर, सुबोध उनियाल मेरे पिता तुल्य
देहरादून। उत्तराखंड में अपनी सरकार के कैबनेट मंत्री सुबोध उनियाल के साथ पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल की किरकिरी हो गई। विधायक पुरोला टौंस वन प्रभाग के डीएफओ कुन्दन कुमार सेंचुरी रेंज के उपनिदेशक डॉ अभिलाषा सिंह का स्थानांतरण करवाने के लिए कैबनेट मंत्री के पास गए थे, कैबनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने मुख्य वन सरक्षक को विधायक के लैटर पैड पर ही कार्यवाही करने का आदेश जारी किया जिसे पुरोला विधायक ने मंत्री के सामने फाड़ दिया।जिससे सुबोध उनियाल ने उन्हें इस तरह आदेश को फाड़ने पर फटकार लगाई, विधायक बाहर आकर अपने सहयोगियों के साथ धरने पर बैठ गये। विधायक ने अपने ही मंत्री पर गाली गलौज व जाति सूचक शब्दों का आरोप लगा दिया। मीडिया के सामने विधायक ने अपनी पीड़ा में अपनी ही मर्यादा को भूल गये ,जिसे आज वे अपनी भूल मान बैठे ।
पुरोला टौंस वन प्रभाग के डीएफओ कुन्दन कुमार ने अपनी कुर्सी सम्भालते ही भ्रष्ट लोगों को सबक सिखाने की ठानी है विभाग में करोड़ों रुपये सरकार विकास योजनाओं में खर्च करती है लेकिन जब डीएफओ ने जांच की तो धरातल पर काम ही नही दिखे जिस कारण उनकी जांच की जा रही है।जिन ठेकेदारों द्वारा काम नही किये गए ,पेमेंट हो गयी वे जांच के परेशान हो रखे हैं।वही ठेकेदार अपने बचाने के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर कुछ न कुछ डीएफओ के खिलाफ साजिश रच रहे हैं।
सेंचुरी रेंज की उपनिदेशक डॉ अभिलाषा पर जो आरोप जनप्रतिनिधियों द्वारा लगाए जा रहे हैं उनकी जांच के लिए कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने उच्च अधिकारियों को कहा है।
पुरोला विधायक उनका तत्काल स्थानातंरण करवाना चाहते हैं जिसे मंत्री ने अपनी असमर्थता जताई। विधायक कल गुस्से से तिलमिला गये, आज उनका कहना है कि मेरे से गलती हो गयी है घर का मसला है निपटा दिया जायेगा। पुरोला कांग्रेस के विलोक अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह ने कहा है कि भाजपा के विधायक दुर्गेश्वर लाल का असली चेहरा अपनी सरकार के सामने आ गया, जो अपनी ही मर्यादा भूलकर कैबनेट मंत्री पर ही आरोप जड़ दिए। विधायक अपने चंद ठेकेदारों को चमकाने में लगे हैं डीएफओ पर सभी आरोप बेबुनियाद हैं। अधिकारियों को इस तरह प्रताड़ित करने पर वे अपना काम कैसे करेंगे। बार बार किसी अधिकारी को टारगेट करने से विकास नही हो पायेगा।