I4C, गृह मंत्रालय और स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखंड पुलिस के संयुक्त प्रयासों से 34 करोड़ से अधिक की बचत और वापसी हुई
देहरादून -एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह ने दोनों साइबर क्राइम थाने को सख्त दिशा-निर्देश दिए हैं कि लोगों का पैसा बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करें। इस प्रक्रिया में पिछले दिनों करोड़ों रुपये बचाये गये हैं।
उत्तराखंड हेल्पलाईन 1930 द्वारा साइबर अपराधियों के विरुद्व प्रभावी कार्यवाही करते हुये लगातार सक्रीय रहकर निगरानी रखी जा रही है। जिसमें साइबर अपराध में पीड़ितों की विभिन्न माध्यमों से ठगी गयी 34 करोड़ की धनराशि को वापस कराया गया। राज्य में बढ़ते हुए साईबर अपराधों के मध्य नजर पीडितों/आमजन मानस की साईबर अपराध सम्बन्धित शिकायतों पर कार्यवाही किये जाने के उद्देश्य से साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन, देहरादून में साईबर हैल्प लाईन – 1930 संचालित किया जा रहा है, जिसमें साईबर अपराधों से पीडित आमजनता द्वारा अपनी शिकायतें दर्ज करायी जा रही है। साईबर क्राईम थाने की टीम द्वारा मिशन ई-सुरक्षा चक्र के तहत अब तक लगभग 34 करोड़ रुपये की साईबर ठगी के पीडितों की धनराशि वापिस करायी गयी।
*कुछ प्रमुख मामले*
1) Modus operandi-
साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन पर दिनांक 20.06.24 को बसंत विहार देहरादून निवासी शिकायतकर्ता द्वारा अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध स्वंय को Financial Game W1 से बताकर शेयर मार्केट में निवेश कर अधिक लाभ कमाने के नाम पर धोखाधड़ी से 2,67,20,000/- रूपये की साईबर ठगी करने सम्बन्धी शिकायत दर्ज करायी गयी थी। जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए निरीक्षक देवेन्द्र नबियाल, अपर उ0नि0 मुकेश चन्द, हे0का0 पवन द्वारा आवश्यक कार्यवाही करते हुये शिकायतकर्ता की 42,00,000/- रुपये की धनराशि वापस करायी गयी तथा प्रकरण में अग्रिम विवेचना/कार्यवाही प्रचलित है।
2) Modus operandi-
साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन पर दिनांक 26.06.24 को क्लेमनटाऊन देहरादून निवासी शिकायतकर्ता के द्वारा अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध स्वंय को Jobphent से बताकर नौकरी तथा वीजा व अन्य के नाम पर धोखाधड़ी से 22,96,000/- रूपये की साईबर ठगी करने सम्बन्धी शिकायत दर्ज करायी गयी थी। जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए निरीक्षक विकास भारद्वाज, उ0नि0 राजीव सेमवाल द्वारा आवश्यक कार्यवाही करते हुये शिकायतकर्ता की 10,00,000/- रुपये की धनराशि वापस करायी करायी गयी तथा प्रकरण में अग्रिम विवेचना/कार्यवाही प्रचलित है।
3) Modus operandi-
साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन पर दिनांक 25.07.24 को जौलीग्राण्ट देहरादून निवासी शिकायतकर्ता के द्वारा अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध स्वंय को फोरन अन्वैस्टमैन्ट कम्पनी से बताकर शेयर मार्केट में निवेश कर अधिक लाभ कमाने के नाम पर धोखाधड़ी से 34,17,000/- रूपये की साईबर ठगी करने सम्बन्धी शिकायत दर्ज करायी गयी थी। जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए उ0नि0 राहुल कापड़ी द्वारा आवश्यक कार्यवाही करते हुये शिकायतकर्ता की 10,00,000/- रुपये की धनराशि वापस करायी करायी गयी तथा प्रकरण में अग्रिम विवेचना/कार्यवाही प्रचलित है।
4) Modus operandi-
साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन पर दिनांक 10.09.24 को रुडकी, जनपद हरिद्वार निवासी शिकायतकर्ता के द्वारा अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध स्वंय को M Stock Max कम्पनी से बताकर शेयर मार्केट में निवेश कर अधिक लाभ कमाने के नाम पर धोखाधड़ी से 30,15,000/- रूपये की साईबर ठगी करने सम्बन्धी शिकायत दर्ज करायी गयी थी। जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए निरीक्षक देवेन्द्र नबियाल, अपर उ0नि0 मुकेश चन्द, हे0का0 पवन द्वारा आवश्यक कार्यवाही करते हुये शिकायतकर्ता की 7,15,000/- रुपये की धनराशि वापस करायी करायी गयी तथा प्रकरण में अग्रिम विवेचना/कार्यवाही प्रचलित है।
5) Modus operandi-
साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन पर दिनांक 18.09.24 को रायपुर देहरादून निवासी शिकायतकर्ता के द्वारा अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध स्वंय को CBI व Cyber Police Mumbai से बताकर विभिन्न अपराध में संलिप्त होने की बात कहते हुए डिजिटल अरैस्ट कर केस में सहयोग तथा वैरिफिकेशन के नाम पर धोखाधड़ी से 95,00,047/- रूपये की साईबर ठगी करने सम्बन्धी शिकायत दर्ज करायी गयी थी। जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए निरीक्षक देवेन्द्र नबियाल, अपर उ0नि0 मुकेश चन्द द्वारा आवश्यक कार्यवाही करते हुये शिकायतकर्ता की 95,00,000/- रुपये की सम्पूर्ण धनराशि वापस करायी गई तथा प्रकरण में अग्रिम विवेचना/कार्यवाही प्रचलित है।
6) Modus operandi-
साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन पर दिनांक 27.09.24 को निरंजनपुर देहरादून निवासी शिकायतकर्ता के द्वारा अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध स्वंय को CBI व Cyber Police Mumbai से बताकर विभिन्न अपराध में संलिप्त होने की बात कहते हुए डिजिटल अरैस्ट कर केस में सहयोग तथा वैरिफिकेशन के नाम पर धोखाधड़ी से 2,27,22,717/- रूपये की साईबर ठगी करने सम्बन्धी शिकायत दर्ज करायी गयी थी। जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए निरीक्षक देवेन्द्र नबियाल, अपर उ0नि0 मुकेश चन्द द्वारा आवश्यक कार्यवाही करते हुये शिकायतकर्ता की 67,00,000/- रुपये की धनराशि वापस करायी गई तथा प्रकरण में अग्रिम विवेचना/कार्यवाही प्रचलित है।
*लोगों के पैसे बचाने के इस संयुक्त समन्वित प्रयास के लिए एसटीएफ ने I4C, MHA के प्रति आभार व्यक्त किया है। हम I4C के सीईओ Dr Rajesh Kumar (IPS), निदेशक I4C Roopa M (IPS), उप सचिव दीपक विरमानी और पूरी टीम को धन्यवाद देते हैं।*
*जनता से अपील*
*वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड श्री नवनीत सिंह* द्वारा जनता से अपील की है कि साईबर वित्तीय हेल्पलाइन 1930 पर साईबर धोखाधड़ी होने पर तत्काल सूचना अंकित कराये । सूचना विलम्ब से देने पर साईबर अपराधियो द्वारा धन निकालने के उपरान्त पैसा वापस होने की सम्भांवना बहुत कम होती है । ऑनलाइन सामान की खरीददारी करते हुये अधिकृत वैबसाइट से ही सामान खरीदे व किसी भी प्रकार के लोभ लुभावने अवसरो/ फर्जी साइट/ धनराशि दोगुना करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । किसी भी ऑनलाइन ट्रेडिग साइट व लॉटरी एवं ईनाम जीतने के लालच में आकर धनराशि देने तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचना चाहिये । किसी भी प्रकार का ऑनलाईन ट्रेडिग लेने से पूर्व उक्त साइट की पूर्ण जानकारी व स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें । कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर हेल्पलाईन 1930 या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें ।
साईबर सुरक्षा टिप्स
– ऑनलाइन लेन-देन में सावधानी बरतें
– सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें
– अनजान लिंक्स पर क्लिक न करें
– अपने डिवाइस को सुरक्षित रखें
– ऑनलाइन शॉपिंग में सुरक्षित वेबसाइट्स का उपयोग करें
– पासवर्ड को मजबूत और गुप्त रखें
– ऑनलाइन गतिविधियों पर निगरानी रखें
– साईबर बुलिंग और साईबर स्टॉकिंग के मामलों में तुरंत पुलिस को सूचित करें
– ऑनलाइन उत्पीड़न के मामलों में कंपनी प्रबंधन और पुलिस को सूचित करें
-साईबर क्राईम की रिपोर्ट करने के लिए हेल्प लाईन नम्बर 1930 ,
– NCRP portal. https://cybercrime.gov.in/ एवं इत्यादि सुरक्षा टिप्स की जानकारी दी गयी एवं यह जानकारी अपने घर पर परिवारजनो को भी साझा करने हेतु कहा गया ।