उत्तराखंड

पत्रकार तिलक रमोला ने अपनी भाषा मे कविता के माध्यम से भेजा सभी को मिन्त्रण पत्र

नौगांव  – आजकल की पीढ़ी के अधिकांश लोग अपनी मातृ भाषा व रीती रिवाजों से विमुख होते जा रहे हैँ, और पश्चिमी संस्कृति व अन्य तरिके को अपनी रोजमरा में शामिल करने को आतुर हैँ, लेकिन अभी भी कुछ लोग ऐसे भी है जो अपनी संस्कृति से जुड़कर अपनी पौराणिक भाषा, रहन सहन व धरोहरों को सहेजने में लगे हैँ!ऐसे ही बहुमुखी प्रतिभा के धनी पत्रकार(दैनिक जागरण, नौगांव )लोक कलाकार तिलक रमोला जी इन प्रयासों में अग्रणी हैँ, जिन्होंने अपनी लोकल भाषा में बेटे की शादी का कार्ड /संदेश जारी किया है!

🙏 बैंदाव मुईं आईयूं🙏
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बेटा की दिनाई होईगे तय,
*27 गती फागुन मैंदी त 28 गती सुनारा से पुरोला चलल बरात

*हाथ जोड़ी विनती काट दियांण मेर दारक एक दुईं रात
बैंदाव मुईं आईयूं ।

*निमंत्रण कार्ड उर वैंदाव ना जागियाण,
मेरू यां चिठ्ठ रखियाण याद,
बैदाव मुईं आईंयू ।

*कोई कू मुईं भाई, भतीजू, बाला, चाचा, बेटा, भेना, जंवाई, हेरगू, थेरगू यां बाता जरुर रखियाण याद
*ध्याटूड़ियां, रूईटूड़िया, साथी, संगतियां, दगड़िया तुम अमार
आण की लगी रली मेरी अर मेरी कुटमदारी की आस
*कार्ड ना जागियाण, बैंदाऊ मुई आईयू।

*कणी जुकड़ी झुरेली, त्रे त्रा जब आल तुम मेर बेटा क ब्याह मां,
*तुम बैगेर अधूरू मेरू कारोबार
देखी लियाण मेरू घरवार

*बैंदाऊ मुई आईयू,

*हंसियाण भी, खेलियाण भी,
खाईयाण भी,
*रासों, तांदी, हारोल अर बल डांगरू भी नचायण
*पर कार्ड अर बैंदाव ना जागियाण ।
*बैंदाव मुई आईंयू।

*यख श्रेय (लिटिल) की पुजा भी दगड़ी होली, अर लगलू *पिठाई अर तिलक दगड़ी दगड़
*हारोल, छौपती भी खेलेली,
*पर बैदाव अर कार्ड ना जागियाण
*बैदाव मुई आईयू

*आस मां जागी रल अम तुम्हार,
*जब आल तुम् मेर गां सुनारा
*बैदाव, कार्ड ना जागियाण
*बैदाव मुई आईंयू

*सुघड़ी कू दिनाई (दिनबार) 10 अर 11 मार्च न बिसरियाण,
*बैंदाव अर कार्ड ना जागियाण।
*बैंदाव मुईं आईयू

*कतेई गलत न सौचियाण,
*मुख न गाड़ियांण, गलत न बिंगिंयाण,
*पर बैदाव अर कार्ड न जागियाण।
*बैंदाव मुई आईयू
*ठटा होई मजाक पर बैदाव अर कार्ड न जागियाण,
*मेर वेटा का ब्याह मां जरूर आयाण
*बैंदाऊ अर कार्ड ना जागियाण बैंदाव मुई आईयू
*कुछ दुर दुर क भी होल,
*बढ़िया तब लगलू। जब सी मेर बेटा क ब्याह मां मेर गां सुनारा होल,
*समय गाड़ी जरूर आयाण, बैदाव अर कार्ड नाजागियाण,
बैदाव मुई आईयू

*तुम्हार आण क आस मां

तिलकचंद रमोला, सुनारा नौगांव, उत्त्तरकाशी।
मेरू फोन नबंर :-
9412941153, 8126131019

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