जनपद में क्षेत्रीय स्तर पर (Community Centric) वनाग्नि रोकथाम सम्बन्धी मॉक अभ्यास का हुआ आयोजन
उत्तरकाशी – गृह मंत्रालय, भारत सरकार, राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण एवं उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के तत्वाधान में जनपद में क्षेत्रीय स्तर पर (Community Centric) वनाग्नि रोकथाम सम्बन्धी मॉक अभ्यास का आयोजन किया गया। जनपद अन्तर्गत 03 स्थलों पर भीषण वनाग्नि की घटना घटित होने डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, जिलाधिकारी/आर०ओ० द्वारा जनपद में वनाग्नि आई०आर०एस० एक्टिवेट किया गया। जनपद आपातकालीन परिचालन केन्द्र द्वारा सायरन आदि के माध्यम से सूचित किया गया। सभी सम्बन्धित अधिकारी जनपद आपातकालीन में उपस्थित होकर आई०आर०एस० प्राविधानों के अनुसार वनाग्नि नियंत्रण सम्बन्धी कार्यवाही की गयी। सभी सम्बन्धित अधिकारी / संसाधन को स्टैजिंग एरिया/घटना स्थालों हेतु रवाना किया गया। घटना स्थलों का विवरण-
घटना 1 साल्ड-जोकाणी मोटर मार्ग-
उक्त का स्टैजिंग महर्षि विद्या मन्दिर परिसर, ज्ञानसू में किया गया। जहाँ से सभी एकत्रित संसाधनों को घटना स्थल हेतु भेजा गया।
घायल 10 लोग घायल (02 गम्भीर, 06 सामान्य, 02 खाई में फंसे), 05 बकरियों घायल।
घायलों को आर्मी एम्बुलेंस के माध्यम से स्वास्थ्य शिविर में भर्ती कर उपचार किया गया। इस 05 बकरियों का पशु चिकित्सा टीम द्वारा उपचार किया गया है।
साल्ड-जोकाणी क्षेत्र में वनाग्नि अत्यधिक फैलने के कारण आबादी क्षेत्र / आई०टी०बी०पी० कैम्प महिडाण्डा को खतरा होने के दृष्टिगत हैलीपैड एवं बंमी बकेट ऑपरेशन हेतु हैलीपैड उपलब्ध कराये जाने हेतु मॉग प्रेषित की गयी है। जिस हेतु जोशियाडा हैलीपैड एक्टिवेट किया गया है।
घटना- 2 एन०आई०एम० बैण्ड-
उक्त घटना स्थल का स्टैजिंग एरिया अग्निशन कार्यालय, कोटियालगांव / राजकीय पॉलिटेक्निक कोटियालगांव बनाया गया है। जहाँ से सभी एकत्रित संसाधनों को घटना स्थल हेतु भेजा गया।
घायल 03 पुरुष, 01 महिला (गम्भीर घायल) कुल 04 लोग
घायलों को एम्बुलेंस के माध्यम से स्वास्थ्य शिविर में भर्ती कर उपचार किया गया।
घटना 3 एन०एच०-34 गंगोरी (राजकीय इण्टर कालेज, गंगोरी)
उक्त घटना स्थल का स्टैजिंग एरिया रा०इ०का० गंगोरी में बनाया गया है। जहाँ से सभी एकत्रित संसाधनों को घटना स्थल हेतु भेजा गया।
घायल- 07 लोग (06 पुरुष, 01 महिला) 01 लापता
घायलों को अर्मी एम्बुलेंस के माध्यम से स्वास्थ्य शिविर में भर्ती कर उपचार किया गया तथा लापता व्यक्ति की खोज-बीन की गयी।
जिलाधिकारी महोदय, पुलिस अधीक्षक, अपर जिलाधिकारी, आपदा प्रबन्धन अधिकारी/उप जिलाधिकारी डुण्डा, उप जिलाधिकारी, भटवाडी, प्रभागीय वनाधिकारी, उत्तरकाशी वन प्रभाग उत्तरकाशी, द्वितीय कमान अधिकारी, आई०टी०बी०पी०, मातली, ले० कर्नल, आर०आर० सेना हर्षिल, एस०डी०आर०एफ, प्रभागीय वनाधिकारी, भूमि संरक्षण, प्रभागीय वनाधिकारी टिहरी डैम, उप निदेशक, गंगोत्री राष्ट्रीय पार्क विद्युत/पेयजन संस्थान पुलिस, अग्निशमन विभाग, आपदा मित्र, स्वयंसेवी संगठन, एन०सी०सी०/ नेहरू युवा केन्द्र के स्वयंसेवक, आदि जिला स्तरीय स्तरीय अधिकारी टीम सहित जनपद आपातकालीन परिचालन केन्द्र में तैनात रहते हुये मॉक अभ्यास में प्रतिभाग किया गया।
वनाग्नि नियंत्रण मॉक अभ्यास किया गया। सभी टीम को घटना स्थल से सम्बन्धित स्टैजिक एरिया में भेजा गया है। जहाँ पर सभी टीम को खाना खाने के उपरान्त टीम की Demobilize किया। तत्पश्चात् शासन द्वारा सभी तैनात ऑब्जर्वर आदि अधिकारियों की बैठक आहूत कर मॉक अभ्यास के अनुभव/कमी एवं सुझावों पर चर्चा की गयी।