उत्तराखंड में रक्तदाता में मिला निरंकारी मिशन जोन 55 को प्रथम स्थान, सरकार की राजकीय मेडिकल कालेज द्वारा किया गया सम्मानित
विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर संत निरंकारी मंडल के मसूरी जॉन 55 की दो ब्रांच को उत्तराखंड सरकार की राजकीय मेडिकल कॉलेज द्वारा सम्मानित किया गया
मसूरी– पूरे विश्व मे निरंकारी मिशन रक्तदान करने में जहां गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज करा चुका है वहीं उत्तराखंड में भी रक्तदान में निरंकारी मिशन ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर संत निरंकारी मंडल के मसूरी जॉन 55 की दो ब्रांच को उत्तराखंड सरकार की राजकीय मेडिकल कॉलेज द्वारा सम्मानित किया गया।
यह सम्मान सदगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के आशीर्वाद से लगातार पूरे भारतवर्ष में मानवता के हित में अलग-अलग ब्रांचो में संत निरंकारी मिशन चैरिटेबल फाउंडेशन की ओर से रक्तदान शिविर आयोजित किए जाते हैं इस महान यज्ञ में निरंकारी मिशन के सेवादार एवं निरंकारी श्रद्धालु रक्तदान महादान के उद्देश्य से बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं ।
मसूरी जॉन के जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह के प्रतिनिधि के रूप में रवींद्र बडोनी और कमेटी मेम्बर दयाल सिंह नेगी को
मिशन द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों के आयोजन में उनके योगदान की कृतज्ञतापूर्वक सराहना करते हुए सरकारी दून मेडिकल कॉलेज देहरादून ने सम्मान पत्र देते हुए। निरंकारी मिशन की भूरी- भूरी प्रशंसा की।
वही मसूरी जॉन 55 की दूसरी ब्रांच पौड़ी गढ़वाल के संयोजक नृपेश तिवारी जी को वीर चंद्र सिंह गढ़वाली राजकीय आयुष विज्ञान शोध संस्थान मेडिकल कॉलेज श्रीनगर गढ़वाल ने सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में डॉ आशुतोष सयाना प्राचार्य/ डीन ने
रक्तदाताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह एक पुनीत कार्य है, जिससे अनेकों लोगों की जान बचाई जाती है। और निरंकारी मिशन हमेशा जरूरतमंद व्यक्तियों की मदद करता है और पूरे भारतवर्ष में निष्काम सेवा के भाव से रक्तदान कैंप लगाते हैं। ब्लड बैंक रक्तदाताओं के बिना नहीं चल सकता।
इसलिए ऐसे सेवा भावी लोगों को सम्मान देना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा चिकित्सा विज्ञान बहुत आगे बढ़ चुकी है, लेकिन खून आज भी कोई फैक्ट्री नहीं बना पाई है। इसलिए रक्तदान ही जीवनदान है।