हेमा मालिनी को लेकर बयान देना रणदीप सुरजेवाला को पड़ा भारी
नई दिल्ली। बुधवार (4 अप्रैल) को कुरुक्षेत्र में कांग्रेस के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस नेता सुरजेवाला हेमा मालिनी के खिलाफ अभद्र बयान देना भारी पड़ गया। सुरजेवाला का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही सियासी संग्राम शुरू हो गया। हालांकि बाद में सुरजेवाला ने अपने बयान को लेकर स्पष्टीकरण दिए। गुरुवार को हेमा मालिनी पर दिए बयान को लेकर हरियाणा महिला आयोग ने रणदीप सुरजेवाला को नोटिस भेजा है। इस बयान को लेकर हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज सुरजेवाला को ‘भेड़िया’ तक कह दिया। इसके आगे अनिल विज ने कहा, ‘अगर इस जैसे भेड़िये ऐसी बाते करेंगे तो महिलायें घर से कैसे बाहर निकलेगी।’
सुरजेवाला का विवादित बयान
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने बुधवार (3 अप्रैल) को कुरुक्षेत्र में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमें लोग विधायक, एमपी क्यों बनाते है। हम हेमा मालनी तो हैं नहीं।’ सुरजेवाल की वीडियो सामने आने के बाद सुरजेवाला ने इस मामले में अपना स्पष्टीकरण दिया और बीजेपी पर आरोप लगाए।
वीडियो वायरल होने के बाद सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा की IT Cell को काट-छांट, तोड़-मरोड़, फ़र्ज़ी-झूठी बातें फ़ैलाने की आदत बन गई है, ताकि वो हररोज़ मोदी सरकार की युवा विरोधी, किसान विरोधी, गरीब विरोधी नीतियों-विफलताओं व भारत के संविधान को ख़त्म करने की साज़िश से देश का ध्यान भटका सके।
आगे उन्होंने कहा आप पूरा वीडियो सुनिए – मैंने कहा ‘हम तो हेमा मालिनी जी का भी बहुत सम्मान करते हैं। क्योंकि वो धर्मेंद्र जी से ब्याह रखी हैं, बहु हैं हमारी।’ बाद में सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी खुद महिला-विरोधी है, जिसकी वजह से उसे सब लोग महिला विरोधी नजर आते हैं।