पुरोला विकास खण्ड के पहले इंजीनियर रणवीर पँवार ने जौलीग्रांट अस्पताल में ली अंतिम सांस
ग्राम पंचायत धिवरा के रहने वाले थे रणवीर पँवार
हमेशा अपनी माटी से जुड़ा रहा इंजीनियर
पुरोला- पुरोला विकास खण्ड के पहले इंजीनियर रणवीर पंवार का जन्म ग्राम पंचायत धिवरा में हुआ।आज से 58 वर्ष पूर्व पुरोला विकास खंड से कोई इंजीनियर नही था।इनकी सादगी के कारण हर एक मिलने वाला हमेशा इनका ही हो जाता था।गाँव में हर एक शादी ब्याह, व मेलों थौलूँ हो या दुःख सुख में सबका साथ देते रहे।अचानक तबियत बिगड़ने से उन्हें इलाज के लिए वेदान्त अस्पताल में भर्ती कराया गया।कुछ सुधार होने के बाद उन्हें घर पर ही परिवार की देख रेख में रखा गया फिर तबियत बिगड़ने पर उन्हें जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ एक सप्ताह तक इलाज चलता रहा ,अंत में वे बीमारी के आगे हार गए। सबके चहेते आज पंचतत्व में विलीन हो गए।
रणवीर पँवार सबको सीख देते चले गये की इंसान कितने ही बड़े पद पर क्यों न हो उसे अपनी माटी से हमेशा जुड़ा रहना चाहिए।आज सैकड़ों लोगों ने इन आँखों से उनको विदा कर दिया।रणवीर पंवार का कार्यकाल 2025 में पूरा होना था उससे पहले ही उन्होंने सभी सगे संबंधियों परिवार से विदाई ले ली। पूर्व प्रधान,समाजिक कार्यकर्ता राजपाल पंवार ने बताया कि बड़े पद पर रह कर ज्यादातर लोगों ने करोड़ों रुपये तो कमा लिए लेकिन रणवीर पंवार ने कभी रुपए तो नही कमाए लोगों की दिल में जगह जरूर बनाई है। आज सैकड़ों लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए हाल निवास देहरादून में एकत्रित हुए।