गोविन्द वन्य बिहार व राष्ट्रीय पार्क के सुपिन रेंज में घोटाले ही घोटाले
उपनिदेशक डॉ अभिलाषा सिंह ने जांच टीम की गठित
जांच टीम को दिये पांच दिन का समय, फोटो ग्राफ सहित जांच रिपोर्ट करनी होगी जमा
प्रमुख वन संरक्षक ने दिये जांच के आदेश
पुरोला। पुरोला में टौंस वन प्रभाग हो या गोविन्द वन्य बिहार दोनों विभागों में करोड़ों रुपये के सरकारी धन को किस तरह से ठिकाने लगाने वाले ठेकेदारों व कर्मचारियों की नींद उड़ चुकी है। जब से दोनों विभागों में अधिकारीयो ने कुर्सी सम्भाली है। टौंस वन प्रभाग के डीएफओ कुंदन कुमार ने जहां करोड़ो के भरस्टाचार को उजागर किया वही गोविन्द वन्य जीव बिहार की उपनिदेशक डॉ अभिलाषा सिंह ने घोटाले बाज ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट कर एक एक को सबक सिखाने की ठान रखी है।
सुपिन रेंज में 2021 में 39 लाख रुपए से वन विभाग के भवनों व घेरबाड़ में खर्च किये गए थे,2021 में उपनिदेशक डीपी बलूनी ने जब जांच की तो धरातल पर कोई भी कम नही पाया गया ,जिसकी रिपोर्ट उन्होंने जिलाधकारी उत्तरकाशी को सौप दी थी ,रिपोर्ट पर कोई कार्यवाही तो नहीं हुईं लेकिन उपनिदेशक बलूनी को वहाँ से हटा दिया गया। दो साल बाद वहां पर जब इसी तरह की अनिमितताये पाई गई तो डॉ अभिलाषा ने आला अधिकारियों को जांच के लिए फिर से कहा ।प्रमुख वन संरक्षक अनुप मलिक ने जांच के आदेश जारी कर दिये।डॉ अभिलाषा ने जांच टीम गठित कर पांच दिन में फोटोग्राफी कर रिपोर्ट तलब की है।