भाजपा के प्यारे लाल व कांग्रेस के बिहारी लाल पर पार्टी ने जताया भरोसा
भाजपा ने महिलाओं का किया अपमान,महिला सीट को बदल कर की आराक्षित
सीट बदलकर भाजपा के लिए आसान नहीं होगी जीत
पुरोला – जनपद उत्तरकाशी के पुरोला नगर पालिका में अध्यक्ष पद के लिए महिला सीट होने पर लगभग एक दर्जन से अधिक महिलाओं ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी थी, लेकिन भाजपा के पास कोई महिला जिताऊ उम्मीदवार न होने के कारण सीट आराक्षित करानी पड़ी, जिससे पूरे नगर पालिका में महिलाओं के अंदर आक्रोश पैदा हो गया।जगह जगह आजकल जुवां पर यही चल रहा है कि सरकार महिलाओं के प्रति आरक्षण की बात करती तो है लेकिन कथनी करनी में बहुत फर्क है पुरोला नगर पालिका अध्यक्ष सीट से साफ जाहिर हो गया कि भाजपा में केवल अपने स्वर्थों की राजनीति हो रही है।लोकसभा चुनावों में भी पुरोला विधानसभा में भाजपा की सांसद प्रत्यासी महारानी को बहुत कम वोट पड़े उसका कारण भी वहां के कार्यकर्ताओं की कार्यप्रणाली ही रही।पुरोला नगर पालिका सीट में इस तरह का बदलाव करना अब भाजपा के लिए गले की फांस से कम नहीं है। भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता दबी जुबान से यही कह रहा है कि सारी उम्र पार्टी के लिए काम कर रहे हैं टिकट सिटिंग करने वाले को मिल जाता है।प्यारे लाल हिमानी कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं में जाने जाते हैं पार्टी में उनको बहुत तबज्जो भी दी जाती थी लेकिन अब भाजपा में शामिल हो जाने पर टिकट हासिल करने में भी कामयाब हो गए।प्यारे लाल अपने व्यवहार से जाने जाते हैं क्योंकि हर एक से उनका मिलना हमेशा ही रहता है नगर पंचायत के प्रथम अध्यक्ष की कुर्सी पर भी वे काबिज हुए ,विकास के नाम पर वे अपनी छाप नही छोड़ पाए।कांग्रेस के बिहारी लाल छात्र जीवन से ही कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं युवाओं पर उनकी अच्छी पकड़ है क्योंकि हमेशा युवाओं के साथ रातदिन पुरोला के विकास के लिए काम करते आ रहे हैं।युवा होने के साथ साथ सक्रिय भी हैं।कांग्रेस ने चयन सोच समझ कर किया ,पुरोला नगर के लोग भी एक नए चेहरे की तलाश में थे।भाजपा के लोग यदि सीट न बदलाते तो सरकार के प्रभाव से सीट हासिल हो जाती, लेकिन सीट बदलने पर जीत आसान नहीं होगी।