उत्तराखंड

उत्तराखण्ड से झारखण्ड तक का नशे का बड़ा नेक्सस एसटीएफ ने किया ध्वस्त

 

• ’’एसटीएफ की बड़ी कार्यवाही’’ इग्स-फ्री देवभूमि अभियान के तहत स्पेशल टास्क फोर्स, एसटीएफ ने अन्तर्राज्यीय तस्कर को भारी मात्रा की ड्रग सप्लाई के दौरान यूपी-उत्तराखण्ड बार्डर से किया गिरफ्तार।

उत्तराखंड सप्लाई होनी थी नशे की सबसे बड़ी खेप’’ उत्तराखंड राज्य में 4 कुंतल 34 किलो गांजा की अभी तक की सबसे बड़ी बरामदगी
झारखण्ड से एक कैण्टर के जरिये की जा रही थी 01 अन्तर्राज्यीय तस्कर को थाना पुलभट्टा क्षेत्र जनपद ऊधमसिंह नगर से किया गिरफ्तार
एन0सी0बी0, भारत सरकार के पोर्टल http://www.ncbmanas.gov.in/ पर राज्य में मादक पदार्थ से सम्बन्धित सूचना आम नागरिकों द्वारा मोबाईल एप्प एवं पार्टल के माध्यम से दी जा सकती है। टोल फ्री नम्बरः- 1933, एस0टी0एफ0 का सम्पर्क नम्बर 0135-2656202ए 9412029536’

देहरादून – वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  नवनीत सिंह भुल्लर द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखंड राज्य में बढ़ते नशे की प्रवृति की रोकथाम हेतु माननीय मुख्यमंत्री के उत्तराखंड के ड्रग्स -फ्री देवभूमि अभियान के अंतर्गत इग्स के खिलाफ कार्यवाही करने के आदेश एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक  स्वप्न किशोर सिंह व पुलिस उपाधीक्षक  आर0बी0 चमोला को दिए गए थे जिस क्रम में एसटीएफ की कुमायूँ टीम द्वारा कल थाना पुलभट्टा जनपद ऊधमसिंह नगर क्षेत्र से अभियुक्त राजू अली पुत्र रहमत अली निवासी ग्राम बिलवा थाना फरदान, जनपद लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश। को यूपी-उत्तराखण्ड बार्डर से 04 कुन्तल 34 किलो गांजा के साथ गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में एसटीएफ द्वारा थाना पुलभट्टा पुलिस को साथ लेकर गिरफ्तारी की गयी थी,
अभियुक्त एक अन्तर्राज्यीय तस्कर हैं जो कि झारखण्ड से एक कैण्टर के जरिये मादक पदार्थ उत्तराखण्ड ला रहा था, जिसकी कि खपत रुद्रपुर, गदरपुर , बाजपुर आदि क्षेत्रों में की जानी थी।
अभियुक्त ने एसटीएफ को पूछताछ में बताया कि वह पेशे से ड्राइवर हैं और उत्तराखण्ड से सामान यूपी, बिहार,प0बंगाल, झारखण्ड और उड़ीसा आदि राज्यों में ले जाते हैं और वापसी में कभी-कभी मादक पदार्थों की सप्लाई ले आता हैं। इस बार वह रुद्रपुर स्थित किसी प्लाई फैक्ट्री से झारखंड एसी लेकर गया था वापसी में झारखंड से ड्रग भरकर ला रहा था। झारखण्ड में सुरेश गुप्ता नाम के व्यक्ति के कहने पर झारखण्ड से उधमसिंह नगर गाॅजा लाया हॅू ताकि यहाँ उसे भारी मुनाफे पर बेच सकें। एसटीएफ द्वारा पूछताछ में अन्य कई ड्रग्स पैडलरों के नाम की जानकारी हुई है. जिन पर कार्यवाही की जायेगी। एसटीएफ की इस कार्यवाही में मुख्य आरक्षी गोविंद सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
बरामदगी का विवरण-
04 कुन्तल व 34 किलो गांजा व आयशर कैंटर वाहन संख्या UK06CB 4534
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण-
1.राजू अली पुत्र रहमत अली निवासी ग्राम बिलवा थाना फरदान, जनपद लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश। उम्र 35 वर्ष।
वांछितः- सुरेश गुप्ता पता अज्ञात।

नोटः- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री नवनीत सिंह भुल्लर ने आज अपने निम्न कार्यालय नंबर को पुनः आरंभ करते हुए जनता से अपील की है कि नशे से दूर रहें। तथा नशे की सूचना मिलने पर एस.टी.एफ. उत्तराखंड से संपर्क करें।
पोर्टलः- https://www.ncbmanas.gov.in/
टोल फ्री नम्बरः- 1933
एस0टी0एफ0 का सम्पर्क नम्बर 0135-2656202ए9412029536’
एसटीएफ टीम-
1.निरीक्षक एमपी सिंह
2.उ0नि0 के0जी0 मठपाल
3.उ0नि0 बृजभूषण गुरुरानी
4.मुख्य आरक्षी गोविंद सिंह सिंह
5.मुख्य आरक्षी जगपाल सिंह
6.मुख्य आरक्षी रविंद्र सिंह बिष्ट
7.मुख्य आरक्षी सुरेन्द्र कनवाल
8.मुख्य आरक्षी चालक संजय कुमार
9.आरक्षी मोहित वर्मा
10.आरक्षी गुरवंत सिंह
थाना पुलभट्टा टीमः-
1.एसओ0 प्रदीप मिश्रा
2.उ0नि0 पंकज कुमार
3.अ0उ0नि0 प्रताप सुयाल
4.आरक्षी चालक दीपक बिष्ट
राज्य स्तरीय) द्वारा माह अगस्त 2023 से 11 अप्रैल 2025

 

-ःआप्रेशन प्रहारः-
• एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा साइबर अपराधियों की धरपकड़ एवं प्रभावी कार्यवाही हेतु चलाया जा रहा है एक विशेष अभियान “ऑपरेशन प्रहार”
• ऑपरेशन प्रहार से सम्पूर्ण भारत वर्ष में छिपे बैठे साइबर अपराधियों पर गिरेगा उत्तराखण्ड पुलिस का कहर
• ऑपरेशन प्रहार से सम्पूर्ण भारत वर्ष में छिपे बैठे साइबर अपराधियों पर गिरेगा उत्तराखण्ड पुलिस का कहर
• देश में पहली बार साइबर अपराधियों के विरुद्ध होगी इतने वृहद स्तर पर कार्रवाई
• उत्तराखण्ड के साइबर थानों में दर्ज 200 से अधिक साइबर अपराधों में 337 शातिर अपराधियों को किया गया चिन्हित
• ऑपरेशन प्रहार के प्रथम चरण में 17 राज्यों के 272 संदिग्ध अपराधियों एवं द्वितीय चरण में 12 राज्यों के 65 अपराधियों का सत्यापन कर उनके विरुद्ध ठोस विधिक कार्रवाई की जायेगी।
• सम्पूर्ण भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों में छिपे बैठे इन सैकडों साइबर अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही एवं धरपकड हेतु कुशल पुलिस कर्मियों की टीमें बहुत ही जल्द होंगी रवाना
• उत्तराखण्ड पुलिस के इस विशेष अभियान “ऑपरेशन प्रहार” के कहर से अब नहीं बच पायेंगे शातिर से शातिर अपराधी

मुख्यमन्त्री उत्तराखण्ड  पुष्कर सिंह धामी महोदय के VISION सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारण” के अन्तर्गत व श्रीमान पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड श्री दीपम सेठ के दिशा निर्देशन में साईबर धोखाधड़ी करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करते हुये साईबर पीड़ितो को न्याय दिलाया जा रहा है जिसके क्रम में अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून श्री वी. मुरूगेसन महोदय तथा पुलिस महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था श्री नीलेश आनन्द भरणे महोदय द्वारा लगातार समीक्षा की जा रही है एवं राज्य में बढते साइबर अपराध नियंत्रण हेतु समय समय पर समुचित दिशा निर्देश दिये जा रहे हैं।
उक्त दिशा निर्देशों के क्रम में श्री नवनीत सिंह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड द्वारा राज्य में बढ़ते साइबर खतरों से निपटने हेतु सम्पूर्ण भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों में छिपकर उत्तराखण्ड राज्य में साइबर अपराध की घटनाओं को अंजाम देने वाले शातिर साइबर अपराधियों की धरपकड एवं उनके विरुद्ध कडी से कडी कार्यवाही करने हेतु राज्य सरकार एवं पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड महोदय के दिशा निर्देशन एवं मार्गदर्शन में चलाये जा रहे विशेष अभियान ऑपरेशन प्रहार के सम्बन्ध में जानकारी देते हुये बताया कि- इसके लिये साइबर क्षेत्र में निपुण एवं कर्मठ अधिकारी अंकुश मिश्रा पुलिस उपाधीक्षक साइबर क्राइम को एक ठोस रणनिती बनाने हेतु निर्देशित किया गया जिसके तहत उत्तराखण्ड राज्य के 02 साइबर थानों- साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन गढवाल एवं साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन कुमाँयू परिक्षेत्र में दर्ज 200 से अधिक लम्बित साइबर अपराधों में संलिप्त प्रकाश में आये सम्पूर्ण भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों- दिल्ली में 40, महाराष्ट्र में 38, उत्तर प्रदेश में 28, राजस्थान में 28, तमिलनाडू में 25, पश्चिम बंगाल में 18, कर्नाटका में 17, गुजरात में 16, नागालैण्ड में 15, मध्यप्रदेश में 14, तेलंगाना में 11, केरला में 10, आन्ध्र प्रदेश में 10, बिहार में 09, हरियाणा में 8, पंजाब में 07, असम में 06, मणिपुर में 06, मिजोरम में 05, झारखण्ड में 05, गोवा में 05, ओडिसा में 04, छत्तीसगढ में 03, दिल्ली एनसीआर में 03, त्रिपुरा में 02, दादरा नागर हवेली में 01, मेघालय में 01, हिमाचल प्रदेश में 01 व उत्तराखण्ड में 01 कुल 337 साइबर अपराधियों को चिन्हित किया गया है।

चिन्हित शातिर साइबर अपराधियों का सत्यापन कर उनकी धरपकड एवं उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही किये जाने हेतु अपर पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 स्वप्न किशोर सिंह एवं पुलिस उपाधीक्षक साइबर क्राइम अंकुश मिश्रा के कुशल नेतृत्व एवं निकट पर्यवेक्षण में एसटीएफ, साइबर क्राइम पुलिस की विशेष टीमों का गठन किया गया है, जिसमें साइबर क्राइम पुलिस के 30 कुशल कार्मिकों का चयन है। ऑपरेशन प्रहार के प्रथम चरण में 17 राज्यों के 272 संदिग्ध अपराधियों एवं द्वितीय चरण में 12 राज्यों के 65 अपराधियों का सत्यापन कर उनके विरुद्ध ठोस विधिक कार्रवाई की जायेगी।
सम्पूर्ण भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों में छिपे बैठे उक्त 337 साइबर अपराधियों को चिन्हित कर साइबर ठगी के जघन्य अपराधों में संलिप्त शातिर साइबर अपराधियों के विरुद्ध वृहद पैमाने पर प्रभावी कार्यवाही हेतु एक विशेष अभियान ऑपरेशन प्रहार प्रारम्भ किया गया है। ऑपरेशन प्रहार के तहत सम्पूर्ण भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों में छिपे बैठे इन सैकडों साइबर अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही एवं उनकी धरपकड हेतु एसटीएफ उत्तराखण्ड की साइबर क्राइम पुलिस की टीमें बहुत ही जल्द रवाना होंगी’
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड श्री नवनीत सिंह द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरोध्फर्जी साइट धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । फर्जी निवेश ऑफर जैसे टेलीग्राम आधारित निवेश वेबसाइट ऑफर, YouTube like सब्सक्राइब में निवेश न करें व किसी भी अन्जान व्यक्ति के सम्पर्क में न आये और किसी भी अन्जान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर दोस्ती न करें। किसी भी अन्जान कॉल आने पर लालच में न आये, अंजान कॉलर की सत्यता की जांच करे बिना किसी भी प्रकार की सूचना दस्तावेज न दें। किसी भी प्रकार के ऑनलाईन जॉब हेतु एप्लाई करने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें व शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें। वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें एवं अधिक से अधिक जागरुक रहने का प्रयास करें।
-ःफर्जी हेली बुकिंग की वेबसाईटों को ब्लाक कराने की प्रक्रिया षुरूः-

• फर्जी हेली बुकिंग की वेबसाईट संचालको विरूद्व साईबर क्राईम थाने में अभियोग दर्ज।
• स्पेशल टास्क फोर्स, देहरादून, उत्तराखंड ने प्4ब् , गृह मंत्रालय के साथ मिलकर चारधाम से जुड़ी वर्श 2023 से अब तक कूल 76 वेबसाइटों को ब्लॉक कर भारत में सैकडों लोगो को ठगी से बचाया।
• विगत वर्शो की तरह इस वर्ष भी एसटीएफ साइबर क्राइम ने फर्जी वेबसाइटों को ब्लॉक कर बन्द करने का अभियान शुरू किया गया।
• वर्ष- 2024 में 12 एवं वर्ष 2023 में 64 फर्जी वेबसाइटों को बन्द कराया गया था।

वर्तमान में साईबर अपराधी आम जनता की गाढी कमाई हडपने हेतु अपराध के नये नये तरीके अपना कर धोखाधडी कर रहे हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में ठगों के द्वारा हेलीसेवा के नाम पर फर्जी वेबसाईट तैयार कर हेली सेवा बुकिंग के नाम पर सम्पूर्ण भारत के विभिन्न राज्यों में लाखों रुपये की धोखाधडी की जा रही है। विगत वर्षों में देखा गया था कि कई साईबर ठगी की शिकायतें साईबर थाने पर प्राप्त हुई थी, जिसमें विभिन्न राज्यों के लोगों के साथ चारधाम यात्रा हेलीकाप्टर बुकिंग सेवा के नाम पर ठगी की गयी थी।
साईबर क्राइ्र्रम थाने में मु0अ0स0 15 धारा4,61(2),66सी, 66डी आई0टी0एक्ट पंजीकृृत कर 02 फर्जी वेबसाईट को बन्द कराने की प्रक्रिया प्रचलित।
इस प्रकार की ठगी का मुख्य कारण यह था कि लोगों को चार धाम यात्री की हैली सेवा बुकिंग की आधिकारिक वैब साईट की जानकारी नहीं थी जिसमें प्त्ब्ज्ब् द्वारा अपनी वैबसाईट को चारधाम हेलीसेवा की बुकिंग के लिए अधिकृत किया गया है। इस वेबसाईट URL www-heliyatra-irctc-co-in के माध्यम से अपनी यात्रा हेतु हेली सेवा बुक करा सकते है, कोई भी भुगतान करने से पहले सम्बन्धित भुगतान के माध्यम की जाँच पडताल स्वंय कर ले। इस क्रम में स्पेशल ट्रास्क फोर्स उत्तराखण्ड द्वारा एक अभियान चलाया गया है जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्पेशल ट्रास्क फोर्स श्री नवनीत भुल्लर महोदय द्वारा जनता से अपील की गयी है, कि कोई भी फर्जी हेली सेवा वेबसाईट, मोबाईल न0, लिंक आदि की जानकारी स्पेशल ट्रास्क फोर्स उत्तराखण्ड के आँफिस देहरादून से साझा करें। इस क्रम में 02 मोबाईल नं 9456591505 एवं 9412080875 पर ऐसे किसी भी जानकारी से स्क्रीनशाँट के साथ जानकारी साझा करें।
आए दिन ऐसी धोखाधड़ी वाली वेबसाइटें प्रकाश में आती रहती हैं, इसके लिए उत्तराखंड एसटीएफ को डभ्। प्4ब् टीम से लगातार सहयोग मिल रहा है।
एस0टी0एफ0 साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन लगातार फर्जी वेबसाइट की निगरानी कर रहा है, जिस पर कार्यवाही करते हुए अब-तक कुल 76 फर्जी बेवसाइटों को बन्द कराया जा चुका है।

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