वन विकास निगम पुरोला के काले कारनामे धीरे धीरे हो रहे हैं उजागर
टौंस वन प्रभाग के कोटिगाड रेंज में वन विकास निगम पुरोला ने ठेकेदारों के साथ मिलकर हरे देवदार के 396 पेड़ों को लगा दिया ठिकाने
पुरोला – टौंस वन प्रभाग पुरोला के अंतर्गत कोटिगाड रेंज के 74 लाट में वन विकास निगम पुरोला ने सूखे गिरे ,उखड़े पेड़ों की कटान का जिम्मा लिया था।पिछले साल इन लाटों में 396 खड़े देवदार को काटा गया था।जांच में इसकी पुष्टि हुई थी।जब मामला प्रकाश में आया तो टौंस वन विभाग के डीएफओ सुबोध काला व तीन रेंजरों सहित 16 कर्मचारियों पर गाज गिरी।
वन विकास निगम के प्रभागीय लौंगिग प्रबंन्धक ने डीएफओ को लिखा कि लौंगिग प्रभाग को आवंटित लाट में कटान चिरान का कार्य पूरा हो चुका है ,उत्पादिक लकड़ियां उस जंगल व सड़क ढोलान के लिये पड़ी है। जिसका बार बार चोरी व आग लगने का खतरा बना हुआ है साथ ही चीड़ ,कैल,रोल प्रजाति की लकड़ियों की गुणवत्ता भी धीरे धीरे खत्म हो रही है।निकासी के लिए निगम को अनुमति दी जाय।डीएफओ कुन्दन कुमार ने टौंस वन प्रभाग के कोटिगाड रेंज के वनाधिकारी से स्थालिय जांच करवायी जिसमें कोटिगाड रेंज के आंद्रिगाड बीट में वन बीट अधिकारी व अनुभाग अधिकारी ने जांच कर पाया कि आंद्रिगाड कक्ष चार व तीन में आवंटित पेडों में किसी प्रकार का पातन नहीं हुआ है।साथ ही वहां कटान व चिरान लकडी भी नहीं है।पिछले साल इन्हीं बीटों में अवैध कटान हुआ था।डीएफओ कुन्दन कुमार ने बताया है कि आंद्रिगाड बीट के कई लाट क्षेत्रों में छपान सूची से 398 पेडों का अवैध पातन हुआ है।इसकी पुष्टि विभिन्न जांच एजंसियों द्वारा हो चुकी है।डीएफओ ने इस तरह पेड़ों को काटना गम्भीर अपराध की श्रेणी में आता है, जिसकी कार्यवाही के लिये उच्च अधिकारी वन संरक्षक यमुनावृत को अवगत करा दिया गया है।