जनाधिकार मोर्चा की प्रथम कार्यकारिणी बैठक नए भारत की दिशा तय करने की ऐतिहासिक पहल
देहरादून – उत्तराखंड – जनाधिकार मोर्चा की प्रथम कार्यकारिणी बैठक Hotel Seyfert Sarovar Premiere, देहरादून में आयोजित की गई। यह बैठक न केवल एक ऐतिहासिक कदम थी, बल्कि नए भारत की दिशा और दशा तय करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई। इस बैठक में माननीय कार्यकारिणी सदस्यगण, विशिष्ट आमंत्रित गणमान्यजन, और समाज के प्रतिष्ठित हस्तियों ने भाग लिया और जनता के अधिकारों और राष्ट्र के उत्थान के लिए अपने विचार साझा किए।
जनाधिकार मोर्चा की राष्ट्रीय महासचिव, हेमा भंडारी ने कहा, “यह बैठक केवल हमारी नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति की है जो भारत के उज्ज्वल भविष्य का सपना देखता है। यह आंदोलन न्याय, विकास और पारदर्शिता के मूल्यों पर आधारित है, और हम सब मिलकर एक नए भारत का निर्माण करेंगे।”
राष्ट्रीय अध्य्क्ष आज़ाद अली ने अपने संबोधन में कहा, “जनाधिकार मोर्चा का उद्देश्य केवल राजनीतिक बदलाव लाना नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग को सशक्त बनाना है। हम एक ऐसे भारत का निर्माण करेंगे जहाँ हर व्यक्ति को समान अवसर और सम्मान मिले।”
राष्ट्रिय उपाध्यक्ष एवं उच्च न्यायालय अधिवक्ता, अभिषेक बहुगुणा ने कहा, “न्याय हर नागरिक का मौलिक अधिकार है, और हमारा लक्ष्य है कि हर व्यक्ति को न्याय मिले। जनाधिकार मोर्चा इस दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।”
जनाधिकार मोर्चा की कार्यकारिणी बैठक में उत्तराखंड राज्य इकाई का विस्तार करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता एवं युवाओं की आवाज श्री ललित श्रीवास्तव को उत्तराखंड का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
इस अवसर पर जानधिकार मोर्चा के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष, ललित श्रीवास्तव ने जनाधिकार मोर्चा को अपना समर्थन दिया। उन्होंने कहा, “हम जनाधिकार मोर्चा के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे और उत्तराखंड के विकास के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।”
बैठक के मुख्य सूत्र – “जनाधिकार मिशन – एक नई क्रांति” में जनता के अधिकारों और राष्ट्र के विकास के लिए नई रणनीतियों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। सभी वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि जनाधिकार मोर्चा कोई साधारण संगठन नहीं, बल्कि एक ऐसा आंदोलन है जो हर वर्ग और हर व्यक्ति की आवाज बनकर उभर रहा है।
बैठक के दौरान जनाधिकार मोर्चा के प्रमुख सदस्यों और विशिष्ट अतिथियों को सम्मानित किया गया। यह समारोह उनके अमूल्य योगदान को समर्पित था।
बैठक के अंत में एक मीडिया वार्ता का आयोजन किया गया, जहाँ राष्ट्रिय अध्यक्ष आज़ाद अली राष्ट्रिय उपाध्यक्ष अभिषेक बहुगुणा व राष्ट्रिय महासचिव हेमा भंडारी ने आंदोलन के लक्ष्य और भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य एक ऐसे भारत का निर्माण करना है जहाँ हर व्यक्ति को न्याय, विकास और सम्मान मिले। यह आंदोलन तब तक अधूरा है, जब तक हर नागरिक इसमें शामिल नहीं होता।”
कार्यक्रम के दौरान प्रदेश में सामाजिक एवं राजनैतिक परिपेक्ष रखने वाले कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने जनाधिकार का दामन थामा।सदस्यता लेने वालो में एडवोकेट प्रियंका रावत एवं उनके समर्थको, पूर्व प्रत्याशी पार्षद उस्मान, कौशल देवी, मोमिना, अंकित, आकाश एवं दर्जनों लोगो शामिल रहे।
बैठक के प्रमुख निष्कर्ष
जनाधिकार मोर्चा ने न्याय, विकास और पारदर्शिता के मूल्यों पर आधारित एक नए भारत के निर्माण की दिशा में ठोस कदम उठाने का संकल्प लिया।
– रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण जैसे मुद्दों पर विस्तृत योजनाएं तैयार की गईं।
– भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी शासन व्यवस्था स्थापित करने के लिए एक रोडमैप तैयार किया गया।
राष्ट्रिय कार्यकारणी द्वारा यह सन्देश दिया गया कि जनाधिकार मोर्चा एक ऐसा आंदोलन है जो भारत के हर नागरिक के अधिकारों की रक्षा और राष्ट्र के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। यह संगठन न्याय, विकास और पारदर्शिता के मूल्यों पर आधारित है और एक ऐसे भारत का निर्माण करना चाहता है जहाँ हर व्यक्ति को समान अवसर मिले। कार्यक्रम में मुख्य रूप से राष्ट्रीय सचिव अभिषेक, फाउंडर वसीम, प्रदेश सचिव एडवोकेट बालेश सिंह, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी ज्वालापुर ममता सिंह, प्रदेश अध्यक्ष युवा मोर्चा राशिद सुल्तान, मिडिया प्रभारी रुड़की सोहेब अकरम, कुर्बान अली, प्रोफेसर सावेज मलिक, नईम कुरैशी, अंसार हुसैन, इम्तियाज़, परमजीत कौर, नीलम आदि सैकड़ो उपस्थित रहे.।