कक्षा 12 विज्ञान वर्ग के छात्र-छात्राओं को मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा के लिए तैयार करने हेतु कार्यक्रम ‘सुपर 100‘ का हुआ उद्घाटन
देहरादून – सभागार, ननूरखेड़ा देहरादून में समग्र शिक्षा के अन्तर्गत राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के कक्षा 12 विज्ञान वर्ग के छात्र-छात्राओं को मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा के लिए तैयार करने हेतु कार्यक्रम ‘सुपर 100‘ का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम के अन्तर्गत 100 मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए कोचिंग दी जा रही है। जिसमें बच्चों का चयन प्रवेश परीक्षा के आधार पर किया गया। इसमें भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित एवं जीव विज्ञान विषय को सम्मिलित किया गया है। यह कार्यक्रम 01 जून 2025 से 15 जुलाई 2025 तक 45 दिनों तक संचालित किया जायेगा। कोचिंग के लिए चयनित छात्र/छात्राओं को सभी सुविधाये निःशुल्क दी जा रही हैं जिसमें भोजन, आवास, पठन सामग्री एवं कोचिंग के लिए शिक्षकों की व्यवस्था सम्मिलित है। कार्यक्रम में सहयोगी संस्था अवन्ती फेलोज का भी सहयोग लिया जा रहा है। कोचिंग के लिए अनुभवी शिक्षकों की व्यवस्था की गयी है। कोचिंग के दौरान छात्र/छात्राओं को विषय की कितनी जानकारी हुयी इसका मूल्यांकन भी किया जायेगा। छात्र/छात्राओं को इस दौरान कुछ प्रतिष्ठित स्थानों का भ्रमण भी कराया जायेगा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मन्त्री विद्यालयी शिक्षा, डॉ0 धनसिंह रावत जी द्वारा कार्यक्रम की सराहना व शुभकामनाएं देते हुए अपेक्षा की गयी कि प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले बच्चों में से अधिक से अधिक बच्चे इंजिनियरिंग व मेडिकल के क्षेत्र में अपना परचम लहरायेंगे। उन्होंने बच्चों बताया कि सबसे पहले वे सिलेबस को समझें, एक अध्ययन योजना बनायें, नियमित रूप से अभ्यास करें, मॉक टेस्ट दें और समय का प्रभावी ढंग से प्रबन्धन करें। तनाव और चिन्ता से निपटने के लिए स्वस्थ जीवनशैली यथा-पर्याप्त नींद, स्वस्थ भोजन और व्यायाम आवश्यक है। एक विस्तृत कार्ययोजना बनायें जिसमें प्रत्येक विषय के लिए समय आवंटित किया गया हो और नियमित रूप से इसका पालन करें। अभ्यास के लिए पाठ्य पुस्तकें, नोट्स और अभ्यास प्रश्न का उपयोग करें। परीक्षा की पूर्व तैयारी के लिए मॉक टेस्ट देकर अपनी तैयारी का आंकलन करें और समय प्रबन्धन के कौशल विकसित करें। दोस्तों या सहपाठियों के साथ अध्ययन करके एक-दूसरे की सहायता कर प्रेरणा प्राप्त करें। डर और तनाव दूर करने के लिए ध्यान, योग या अन्य तनाव प्रबन्धन तकनीकें अपनायें। परीक्षा से पहले सभी विषयों का रिवीजन करें और महत्वपूर्ण बिन्दुओं को याद रखने के लिए नोट्स बनायें। सकारात्मक दृष्टिकोण रखें और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्पित रहें।
मन्त्री द्वारा शिक्षकों एवं शिक्षा विभाग से अपील की गयी कि आगामी समय प्रतिस्पर्धा एवं आत्मनिर्भरता का समय है अतः इसे चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए छात्रों को तैयार करने के अवसर पैदा करें।
महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा अभिषेक रुहेला द्वारा बच्चों को अपने लक्ष्य साधने के लिए प्लानिंग करके योजनाबद्ध तरीके से एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करने का सुझाव दिया गया।
अपर राज्य परियोजना निदेशक कुलदीप गैरोला ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए बताया कि आपके अध्यापक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का रास्ता दिखा सकते हैं, पर तैयारी में सारी मेहनत आपको ही करनी है।
उद्घाटन समारोह में प्रतिभागी बच्चों को मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की पुस्तकें व स्टेशनरी आवंटित की गयी। कार्यक्रम में मंच संचालन बी0पी0 मैन्दोली, स्टाफ ऑफिसर समग्र शिक्षा द्वारा किया गया।
इस अवसर पर निदेशक एससीईआरटी वन्दना गर्ब्याल, निदेशक माध्यमिक शिक्षा मुकुल कुमार सती, निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा अजय नौडियाल, अपर निदेशक महानिदेशालय पदमेन्द्र सकलानी, उप राज्य परियोजना निदेशक अजीत भण्डारी, प्रद्युमन सिंह रावत, अंजुम फातिमा, कार्यक्रम समन्वयक अखलेश ध्यानी, समस्त राज्य समन्वयक, एसीईआरटी के प्रवक्ता व अवन्ती फेलोज के प्रतिनिधि सम्मिलित रहे।