शिक्षकों की ज्वलंत समस्याओं को लेकर प्रदेश अध्यक्ष व महामंत्री ने दिया सांकेतिक धरना
देहरादून – उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री के बयानों से एक बार फिर शिक्षक संगठन काफी नाराज हैं जहां 26 नवंबर 2024 को निदेशालय के सभागार में शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में दो सूत्रीय मांगों पर अपर मुख्य सचिव उत्तराखंड शासन सचिव शिक्षा सचिव वित्त प्रमुख सचिव न्याय के साथ विचार विमर्श कर 10 दिन के भीतर निराकरण करने का समझौता हुआ था जो की प्रवक्ता पदों पर पदोन्नति प्रधानाध्यापक पदों पर पदोन्नति एवं अंतर मंडलीय स्थानांतरण पर काउंसलिंग हेतु यथाशीघ्र आदेश जारी करने को कहा था किंतु उक्त बिंदुओं पर अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है जिससे व्यथित होकर राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखंड के अध्यक्ष एवं महामंत्री ने छात्र हित को सर्वोपरि मानते हुए शिक्षण में व्यवधान न हो इसलिए दोनों ने ही निदेशालय में 13 .12.2024 को 3 घंटे का सांकेतिक विरोध स्वरूप धरना प्रदर्शन किया ।
राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखंड ने निदेशक को ज्ञापन देकर कहा है कि अगर सांकेतिक विरोध के पश्चात भी दिनांक 17 .12. 24 अपराहन तक अंतर मंडलीय स्थानांतरण सूची जारी नहीं होती है
एवं पदोन्नति के लिए स्पष्ट दिशा निर्देश तथा अन्य विषयों की भांति शारीरिक शिक्षा के पदों का सृजन और माननीय शिक्षा मंत्री से समझौते की बिंदुओं पर अगर अमल नहीं होता है तो पुनः बाध्य होकर राजकीय शिक्षक दिनांक 18 दिसंबर 2024 से शिक्षण कार्य के अतिरिक्त कोई अन्य कार्य नहीं करेगा तत्पश्चात भी उक्त का संज्ञान नहीं लिया जाता है तो अध्यक्ष और महामंत्री कर्मिक अनशन एवं आमरण अनशन करने को बाध्य होंगे साथ ही सभी स्तर के चुनाव तथा बोर्ड परीक्षाओं का बहिष्कार किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार शासन व विभाग की होगी।