बद्रीनाथ- केदारनाथ धाम दर्शन को पहुंचे केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भटृ
बदरीनाथ/ केदारनाथ। केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट तथा पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद डा.रमेश पोखरियाल निशंक ने आज पारिवारिक सदस्यों के साथ भगवान बदरीविशाल एवं केदारनाथ जी के दर्शन किये। इस अवसर पर बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उनके स्वागत हेतु बदरीनाथ पहुंचे। केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट आज प्रात: पहले केदारनाथ धाम पहुंचे मंदिर में दर्शन किये मंदिर समिति की ओर से उनका स्वागत किया गया तथा भगवान केदारनाथ जी का प्रसाद भेंट किया।
उसके बाद रक्षा राज्य मंत्री भगवान बदरीविशाल के दर्शन को पहुंचे इसी समय पूर्व मुख्यमंत्री तथा सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक भी भगवान बदरीविशाल के दर्शन हेतु पहुंचे उनके साथ उनकी पुत्री आरुषि निशंक भी बदरीनाथ धाम पहुंची। इस अवसर पर हैली पेड पर श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने अतिथियों की अगवानी की।तथा श्री बदरीनाथ मंदिर में दर्शन तथा वेदपाठ पूजा के पश्चात भगवान बदरीविशाल का प्रसाद भेंट किया। रक्षा राज्यमंत्री बदरीनाथ धाम के रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी से भी मिले तथा प्रसाद गृहण किया।
इस अवसर पर मंदिर समिति सदस्य भास्कर डिमरी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, वेदपाठी रविन्द्र भट्ट,पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, भाजपा नेता सुभाष डिमरी, नितेश चौहान, लक्ष्मण फरकिया,सहित थाना प्रभारी लक्ष्मी प्रसाद बिजल्वाण राजेंद्र सेमवाल, मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़, अजीत भंडारी आदि मौजूद रहे।
पूर्व मुख्यमंत्री/सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक श्री बदरीनाथ धाम दर्शन के पश्चात दोपहर बाद श्री केदारनाथ धाम दर्शन को पहुंचे। मंदिर में दर्शन के पश्चात कार्याधिकारी आरसी तिवारी ने उनका स्वागत किया तथा भगवान केदारनाथ का प्रसाद भेंट किया इस अवसर पर केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, पुजारी शिवलिंग, धर्माचार्य औंकार शुक्ला, प्रदीप सेमवाल, कुलदीप धर्म्वाण, ललित त्रिवेदी आदि मौजूद रहे।
बीते रविवार दीपावली के दिन केंद्रीय वन- प्रर्यावरण जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्वनी कुमार चौबे भगवान बदरीविशाल के दर्शन को पहुंचे बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने उनकी अगवानी की मंदिर दर्शन पश्चात प्रसाद भेंट किया। वहीं भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह अपने तीन दिन बदरीनाथ प्रवास के बाद रविवार को वापस चले गये।