योगेन्द्र भंडारी ने पेश की ईमानदारी की मिशाल
बैग में रखे लाखों रुपए के गहने पुलिस चौकी में किये जमा
ग्वालदम- जनपद चमोली पोखरी के निवासी एक शिक्षक ने अपनी ईमानदारी की मिशाल पेश की ।पोखरी से अपने परिवार को लेकर योगेन्द्र भंडारी अपनी ड्यूटी के लिए सुबह जब निकले तो वे पोखरी से कर्णप्रयाग तक एक बस से आये । बस को हरिद्वार जाना था।कर्णप्रयाग में बस के परिचालक ने बस से उनका बैग निकालकर दिया । बैग का रंग एक जैसा होने के कारण उन्होंने उस बैग को ही दूसरी बस में रखवा दिया। योगेन्द्र कर्णप्रयाग से ग्वालदम तक बैठ गये।जब ग्वालदम तक दूसरी बस में बैठ गए। ग्वालदम में बैग चेक किया तो वे असमंजस में पड़ गये।बैग को खोल कर देखा तो वे देखते रह गये।बैग में लाखों रुपए के गहने थे। योगेन्द्र बहुत परेशान हो गया।
उसने तुरन्त पुलिस को इसकी सूचना दी।पुलिस ने योगेन्द्र से सभी गहनों की सूची बनवाकर पुलिस चौकी ग्वालदम में बैग व गहने जमा करवा देय। फिन उन्हें अपनी ड्यूटी जाने लिये भेज दिया।योगेन्द्र का बैग का अभी तक पता नहीं चल पाया है,लेकिन जिसका बैग उनके पास था पुलिस उसकी जांच में जुटी हुई है।थानाध्यक्ष थराली देवेन्द्र पन्त ने बताया कि बैग की जांच की जा रही है ,जिसका भी होगा उस तक पहुंचा दिया जायेगा।
योगेन्द्र भंडारी की ईमानदारी से समाज को एक सीख तो जरूर मिली है कि ईमानदारी अभी भी जिंदा है।योगेन्द्र भंडारी बागेश्वर जनपद के कांडा सरकारी स्कूल में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं।
रवांई एक्सप्रेस न्यूज टीम उनको बहुत बहुत बधाई देता है।