प्रियंका की आंधी से भाजपा के रेत के महल ढहे- कांग्रेस
जागरूक जनता भाजपा की विदाई करेगी, पांचों सीटों पर कांग्रेस की जीत तय
देहरादून। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की रामनगर व रूड़की में चुनावी जनसभा के बाद पार्टी नेता व कार्यकर्ता विशेष जोश में दिख रहे हैं। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चीफ मीडिया को-ऑर्डिनेटर राजीव महर्षि ने दावा किया कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी की रामनगर और रुड़की ने हुई दो सफल रैलियों के बाद भाजपा के हवाई किले ध्वस्त हो गए हैं। महर्षि ने कहा कि दोनों रैलियां उम्मीद से अधिक सफल रही और तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद जिस तरह लोग उमड़े, उससे भाजपा खेमे में निश्चित रूप से हड़कंप मच गया है। श्रीमती प्रियंका गांधी ने जिस तरह से प्रदेश के मुद्दों को एड्रेस किया, और रैलियों में आए लोगों ने जो रिस्पॉन्स दिया, उससे चुनाव का नतीजा भी निर्धारित हो गया है।
महर्षि ने कहा कि प्रियंका ने महंगाई, बेरोजगारी, पेपर लीक, अंकिता हत्याकांड व अग्निवीर जैसे मुद्दे उठा कर भाजपा को निरुत्तर किया है। साथ ही देवभूमि की आस्था, मर्यादा और श्रद्धा को लेकर उन्होंने भाजपा के बड़े वाले स्टार प्रचारकों को जो आइना दिखाया, उसके बाद उनके पास बगलें झांकने के अलावा कोई चारा नहीं रह गया है। महर्षि ने कहा कि प्रियंका ने जो भी संवाद प्रदेश की जनता से किया, उससे प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों की विजय निश्चित हो गई है और भाजपा के रेत के महल आंधी में उड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि आज तक भाजपा के स्टार प्रचारक झूठ का महल बना कर वोटों की फसल काटते आ रहे थे लेकिन आज की रैलियों से तय हो गया है कि लोग अब भाजपा के कुशासन को बर्दाश्त करने के लिए तैयार नहीं हैं।
महर्षि ने कहा कि रुड़की और रामनगर की सफल रैलियों के बाद कांग्रेसजनों का मनोबल बहुत ऊंचा हो गया है और चुनाव अभियान के बचे दिनों में घर घर तक कांग्रेस के न्याय पत्र को पहुंचाने में पार्टी कार्यकर्ता जुट गए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा आज तक झूठ के बल पर लोगों को भ्रमित करते हुए ठगती आई है लेकिन अब लोग जागरूक हो गए हैं और इस बार भाजपा सरकार की विदाई निश्चित हो गई है।गौरतलब है कि प्रदेश की पांचों लोकसभा सीट पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस व भाजपा के बीच देखा जा रहा है। टिहरी सीट पर बॉबी पंवार मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में जुटे हैं।