जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने अधिकारियों को कांवड़ यात्रा से संबंधित सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखने का दिया आदेश
उत्तरकाशी – जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने अधिकारियों को कांवड़ यात्रा से संबंधित सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखने तथा गोमुख मार्ग पर नाले में पानी बढने के कारण बही तीन पुलियाओं का जल्द निर्माण करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि पुलियाओं का निर्माण होने पर उनकी सुरक्षा जांच कराए जाने के बाद ही इस मार्ग पर आवागमन की अनुमति दी जाएगी। कावंड़ यात्रा के दौरान सड़कों को सुचारू बनाए रखने तथा सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरस्त बनाए रखने के लिए भी जिलाधिकारी ने हिदायतें जारी की हैं।जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने अधिकारियों की बैठक लेकर कांवड़ यात्रा की तैयारियों की विभागवार समीक्षा की। जिलाधिकारी ने गंगोत्री से गोमुख पैदल मार्ग पर पिछले दिनों नालों में जलस्तर अत्यधिक बढने के कारण बही तीन पुलियाओं के निर्माण की प्रगति की जानकारी लेते हुए कहा कि नालों में पानी कम होते ही युद्धस्तर पर इन पुलियाओं का निर्माण किया जाय। निर्माण पूरा होने पर पुलियाओं का सुरक्षा ऑडिट कराकर उन पर आवागमन पूरी तरह से सुरक्षित होने की पुष्टि कराई जाएगी। पुलियाओं के सुरक्षा के मानदण्ड पूरे करने के बाद ही इस क्षेत्र में आवागमन की अनुमति दी जाएगी। तब तक जानमाल की सुरक्षा के दृष्टिगत इस मार्ग पर आवाजाही बंद रखी जानी जरूरी है।बैठक में गंगोत्री नेशनल पार्क के उप निदेशक आरएन पांडेय ने बताया कि गोमुख मार्ग पर नालों का जलस्तर अभी भी कम नहीं होने के कारण पुलिया निर्माण में कठिनाई हो रही है। पार्क प्रशासन के द्वारा मौके पर सामग्री एकत्र कर मजदूरों को तैयार रखा हुआ है। इन दिनों पुलियाओं के अबेटमेंट तक के लिए मार्ग की निर्माण का काम किया जा रहा है। पानी घटते ही तीनों नालों पर पुलिया बनाने का काम तेजी से शुरू कर दिया जाएगा।जिलाधिकारी ने कांवड़ यात्रा के दौरान सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों को निरंतर अलर्ट मोड पर रहने तथा संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त संख्या में मशीनों एवं मानव संसाधन की तैनाती बनाए रखने के निर्देश देते हुए कहा कि सड़क अवरूद्ध होने पर तुरंत खोले जाने की कार्रवाई की जाय। पेयजल, विद्युत आपूर्ति, सफाई, चिकित्सा आदि व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि भंडारा स्थलों पर सभी आवश्यक सुविधाएं तत्काल उपलब्ध कराई जांय और सफाई के बेहतर प्रबंध सुनिश्चित किए जांय।उप जिलाधिकारी भटवाड़ी बृजेश कुमार तिवारी ने बताया कि कांवड़ के लिए गंगोत्री से लेकर उत्तरकाशी के बीच भैरोघाटी, हर्षिल, झाला, डबरानी, भटवाड़ी, मल्ला, लाटा, सैंज, औंगी, हीना और नेताला में कुल सोलह स्थानों पर भंडारा लगाने के अनुमति जारी की गई है। उप जिलाधिकारी डुंडा एवं जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी नवाज़िश खलीक ने बताया कि अभी तक बड़ेथी व धरासू में कांवड़ भंडारा लगाने की अनुमति निर्गत की जा चुकी है। इस स्थानों के साथ ही कांवड़ यात्रा मार्ग के प्रमुख पडा़वों पर सफाई के लिए पर्यावरण मित्रों की तैनाती करने के आवश्यकतानुसार टायलेट्स की भी व्यवस्था की गई है।बैठक में यूपीसीएल के अधिशासी अभियंता मनोज गुसांई, जल संस्थान के अधिशासी अभियंता एलसी रमोला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल सहित विभिन्न विभागों एवं बीआरओ के अधिकारियों ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रतिभाग किया।